Kerala rains: भारी बारिश, एक परिवार के छह लोगों सहित 8 की मौत, 24 घंटे का अलर्ट, एक दर्जन लोग लापता
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 16, 2021 10:06 PM2021-10-16T22:06:36+5:302021-10-16T22:07:42+5:30
Kerala rains: केरल के दक्षिण और मध्य हिस्से में शनिवार को भारी बारिश की वजह से कई स्थानों पर अचानक आई बाढ़ और कई स्थानों पर भूस्खलन से कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई जबकि करीब एक दर्जन लोग लापता हैं।
कोट्टयमः केरल में शुक्रवार शाम से हो रही भारी बारिश के बाद कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और एक दर्जन लोगों के लापता होने की खबर है। सेना के अधिकारियों का एक दल पहले ही कोट्टायम जिले के लिए रवाना हो चुका है, जहां कूटिकल में भूस्खलन हुआ था।
12 लोगों वाले दो परिवारों को बड़ा नुकसान हुआ, जिनमें से छह लोगों को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि चार लापता हैं। बारिश के मद्देनजर अधिकारियों ने 6 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि अन्य 6 जिले ऑरेंज अलर्ट पर हैं और दो जिले येलो अलर्ट पर हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि राज्य के सभी 14 जिलों में भारी बारिश हो रही है।
In view of Red Alert in 5 dists of Kerala, HQ Southern Naval Command prepares to assist local admn in rescue ops. Kerala State Disaster Mgmt Authority has sought assistance from Southern Naval Command, Kochi to airlift marooned families at Koottickal, Kottayam. pic.twitter.com/1R6rSTAENu
— ANI (@ANI) October 16, 2021
बारिश के कारण भयावह हुई स्थिति के मद्देनजर राज्य सरकार को राहत और बचाव कार्य के लिए सेना से मदद का अनुरोध करना पड़ा है। देश के इस दक्षिणी राज्य में बारिश जनित घटनाओं की वजह से कई लोग घायल हुए हैं जबकि कई विस्थापित हुए हैं। राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं और भूस्खलन की वजह से पहाड़ों में बसे कई छोटे कस्बे और गांव शेष दुनिया से कट गए हैं।
Kerala has been witnessing heavy rains owing to low-pressure formations in the Arabian Sea & Bay of Bengal & in Kottayam, at least 13 persons were reported missing after a landslide while three bodies have been recovered so far.@xpresskerala#keralarainhttps://t.co/ELvAGOLSs7
— The New Indian Express (@NewIndianXpress) October 16, 2021
कोट्टयम, इडुकी और पथनमथिट्टा जिलों के पहाड़ी इलाकों में कुछ ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो गई है जैसी स्थिति वर्ष 2018 और 2019 की विनाशकारी बाढ़ के दौरान उत्पन्न हुई थी। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और भयभीत होने की जरूरत नहीं है। दावे के बावजूद राज्य पुलिस और दमकल विभाग की राहत टीम बाढ़ और खराब मौसम की वजह से प्रभावित इलाकों तक नहीं पहुंच पा रही है। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, ‘‘स्थिति गंभीर है।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नवीनतम मौसम पूर्वानुमान संकेत दे रहा है कि हालात अब इससे अधिक खराब नहीं होंगे।
#Kerala witnessed multiple floods time and again every year... Our CM spent crores and visited Netherlands to study flood management.
— Adv. K Shreekanth (@AdvkShreekanth) October 16, 2021
Despite of this, Pinarayi govt has failed miserably in Kerala's flood management. LDF has lost it's credibility by fooling people. #KeralaRainspic.twitter.com/dbSH97GJh1
अधिकारियों ने बताया कि थलसेना, वायुसेना और नौसेना के जवान कोट्टयम के कूट्टीकल और इडुकी के पेरुवनथानम पहाड़ी गांव पहुंच रहें हैं जहां पर नदी कई घरों को बहा ले गई है और कई लोग विस्थापित हुए हैं। भूस्खलन प्रभावित इन गांवों के पड़ोस में पहुंचे राज्य के सहकारिता मंत्री वीएन वासन ने बताया कि दो महिलाओं और एक बच्चे का शव तलाशी अभियान के दौरान निकाला गया है जबकि घटना में मारे गए एक पुरुष के शव की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन गांवों से 12 लोग लापता हैं।
पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में इडुकी जिले के कंजर में कार के बाढ़ में बह जाने से उसमें सवार 30 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। उसका शव बरामद कर लिया गया है। रक्षा प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एमआई- 17 और सारंग हेलीकॉप्टर पहले ही तैयार रखे गए हैं। केरल में मौसम की स्थिति को देखते हुए वायुसेना की दक्षिणी कमान के सभी अड्डों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।’’ प्रवक्ता ने बताया, ‘‘भारतीय थलसेना पहले ही बाढ़ प्रभावित इलाकों में सैनिकों की तैनाती कर चुकी है।
एक टुकड़ी को पैंगोड सैन्य ठिकाने से कोट्टयम जिले के कांजीरपनल्ली भेजा गया है जिनमें एक अधिकारी, दो जेसीओ और 30 अन्य जवान शामिल हैं।’’ भारतीय नौसेना के दक्षिणी कमान ने कहा कि वह बचाव एवं राहत अभियान मे स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए पूरी तरह से तैयार है। नौसेना ने ट्वीट किया,‘‘गोताखोर और बचाव टीम सूचना मिलते ही तैनाती के लिए तैयार है। एक बार मौसम अनुकूल हो तो हेलीकॉप्टर से मदद शुरू करने के लिए तैयार हैं।’’