केरल पुलिस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से मतदाता सूची डेटा के ‘लीक’ की जांच शुरू की
By भाषा | Updated: July 3, 2021 21:26 IST2021-07-03T21:26:30+5:302021-07-03T21:26:30+5:30

केरल पुलिस ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से मतदाता सूची डेटा के ‘लीक’ की जांच शुरू की
तिरुवनंतपुरम, तीन जुलाई केरल पुलिस की अपराध शाखा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय द्वारा उस शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज करके जांच शुरू की है जिसमें मतदाता सूची डेटा के लीक होने का आरोप लगाया गया है।
शिकायत सीईओ कार्यालय द्वारा दर्ज कराई गई थी जिसमें आरोप लगाया गया है कि कार्यालय में कंप्यूटर "हैक" करके मतदाताओं का डेटा लीक किया गया।
छह अप्रैल के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक रमेश चेन्निथला ने एक वेबसाइट के जरिये 31 मार्च को 4.3 लाख मतदाताओं का विवरण जारी किया था जिनके नाम मतदाता सूची में कथित तौर पर कई बार आए थे।
सीईओ कार्यालय के एक वरिष्ठ सूत्र ने शनिवार को पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हमने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है क्योंकि हमें संदेह है कि हमारा कंप्यूटर हैक हो गया था और डेटा लीक हो गया था। ऐसा लगता है कि किसी ने केल्ट्रॉन कर्मचारियों द्वारा उपयोग किए गए कंप्यूटर से डेटा लीक करने में मदद की थी, जिन्हें चुनाव के दौरान सीईओ कार्यालय में नियुक्त किया गया था।’’
केल्ट्रोन ने आयोग की डेटा प्रबंधन और सुरक्षा में सहायता की थी।
सत्तारूढ़ माकपा ने एक अप्रैल को चेन्निथला पर केरल के मतदाताओं की व्यक्तिगत जानकरी एक विदेशी वेबसाइट को "लीक" करने का आरोप लगाया था।
इस बीच, चेन्नीथला ने कहा कि ‘‘मतदाता सूची में गलतियों को इंगित करने’’ के लिए प्राथमिकी दर्ज करना देश के लोकतांत्रिक ढांचे के खिलाफ है।
चेन्निथला ने एक बयान में कहा, ‘‘चुनाव आयोग दोहराव वाले वोटों और फर्जी मतदाताओं को हटाने के बजाय उन लोगों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहा है जिन्होंने सच सामने रखा था।’’
अपराध शाखा ने आईटी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के विभिन्न प्रावधानों को लागू करते हुए प्राथमिकी दर्ज की है।
माकपा ने आरोप लगाया था कि मतदाताओं की व्यक्तिगत जानकारी का भी विश्लेषण किया गया और वेबसाइट पर प्रकाशित किया गया।
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