हिजाब इस्लाम का जरूरी हिस्सा नहीं, कुरान में 7 बार इसका जिक्र, पगड़ी से भी तुलना सही नहीं: आरिफ मोहम्मद खान
By विनीत कुमार | Published: February 13, 2022 08:09 AM2022-02-13T08:09:39+5:302022-02-13T08:09:39+5:30
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि पगड़ी की तुलना इस्लाम में हिजाब से नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कुरान में हिजाब का सात बार जिक्र है, लेकिन ये महिलाओं के ड्रेस कोड के संबंध में नहीं है।
नई दिल्ली: कर्नाटक में हिजाब को लेकर जारी विवाद के बीच केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि पगड़ी जिस तरह सिख धर्म का अहम हिस्सा है, उस तरह हिजाब इस्लाम का हिस्सा नहीं है। आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि कुरान में हिजाब का सात बार जिक्र है, लेकिन ये महिलाओं के ड्रेस कोड के संबंध में नहीं है। उन्होंने कहा कि यह 'पर्दा' के संबंध में है, जिसका अर्थ यह है कि जब आप बोलते हैं तो आपके बीच में 'पर्दा' होना चाहिए।
'पगड़ी से हिजाब की तुलना ठीक नहीं'
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने हिजाब पहनने की तुलना पगड़ी से करने जैसी बात को भी बेतुका बताया। उन्होंने कहा, 'हिजाब इस्लाम का हिस्सा नहीं है। कुरान में हिजाब का सात बार उल्लेख किया गया है, लेकिन यह महिलाओं के ड्रेस कोड के संबंध में नहीं है। यह 'पर्दा' के संबंध में है, जिसका अर्थ है कि जब आप बोलते हैं, तो आपके पास 'पर्दा' होना चाहिए।'
राज्यपाल ने आगे कहा, 'यह तर्क कि सिखों को पगड़ी पहनने की अनुमति है लेकिन मुस्लिम लड़कियों को कक्षा के अंदर हिजाब पहनने की अनुमति नहीं है, बेतुका है। पगड़ी सिख धर्म का एक अनिवार्य हिस्सा है, जबकि कुरान में हिजाब का इस्लाम के अनिवार्य हिस्से के रूप में जिक्र नहीं किया गया है।'
'मुस्लिम महिलाओं की प्रगति को पटरी से उतारने की कोशिश'
आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि हिजाब को लेकर पूरा विवाद मुस्लिम महिलाओं की प्रगति को पटरी से उतारने की एक साजिश है। उन्होंने कहा, 'मैं आपको केवल एक उदाहरण बताऊंगा...एक युवा लड़की, जो खुद पैगंबर के घर में पली-बढ़ी थी...वह पवित्र पैगंबर की पत्नी की भतीजी थी। वह काफी सुंदर थी...उसने कहा मैं चाहती हूं कि लोग मेरी सुंदरता को देखें और मेरी सुंदरता में ईश्वर की कृपा देखें...और ईश्वर के शुक्रगुजार रहें...पहली पीढ़ी (इस्लाम की) की महिलाओं का ऐसा व्यवहार था। मैं बस इतना ही कहना चाहता हूं।'