केरल में बाढ़ के बाद बीमारियों से सात लोगों की हुई मौत, सरकार ने जारी किया अलर्ट
By एस पी सिन्हा | Published: September 3, 2018 05:13 AM2018-09-03T05:13:58+5:302018-09-03T05:13:58+5:30
अधिकारियों ने बताया कि लगभग 350 लोगों में रैट फीवर की शिकायत मिली है, जिनका इलाज प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में किया जा रहा है। पिछले पांच दिनो में इनमें से 150 मामले सकारात्मक पाये गए हैं। रैट फीवर के अधिकतर मामले कोझीकोड़ और मलप्पुरम जिलों से आये हैं ।
तिरूवनंतपुरम, 03 सितंबरः केरल में जल जनित बीमारी से सात लोगों के मरने की घटना के बाद राज्य सरकार ने प्रदेश में लोगों से अतिरिक्त निगरानी बरतने के लिए अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को रैट फीवर अथवा लेप्टोस्पिरोसिस के कारण कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई। इस बुखार के रोगियों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि लगभग 350 लोगों में रैट फीवर की शिकायत मिली है, जिनका इलाज प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में किया जा रहा है। पिछले पांच दिनो में इनमें से 150 मामले सकारात्मक पाये गए हैं। रैट फीवर के अधिकतर मामले कोझीकोड़ और मलप्पुरम जिलों से आये हैं ।
स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने कहा कि राज्य सरकार सभी आवश्यक और एहतियाती कदम उठा रही है और बाढ़ के पानी के संपर्क में आने वाले लोगों से अपील की है कि वह अतिरिक्त निगरानी रखें।
इधर, मौसम विभाग ने केरल में सामान्य से अत्यधिक बारिश होने के बारे में पहले से आगाह नहीं करने के राज्य सरकार के आरोप का खंडन करते हुये कहा है कि इस बारे में अगस्त के पहले सप्ताह से ही पूर्व चेतावनी जारी कर दी गयी थी। विभाग ने शनिवार को जारी बयान में कहा है कि केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन सहित राज्य सरकार के आला अधिकारियों के साथ समय समय पर हुई बैठकों में उन्हें स्थिति से लगातार अवगत कराया जाता रहा है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में विजयन ने राज्य में बाढ़ की आपदा के बारे में मौसम विभाग द्वारा पहले से सटीक जानकारी नहीं देने का केरल विधानसभा में आरोप लगाया था। विभाग ने कहा कि तिरुवनंतपुरम स्थित मौसम विभाग के कार्यालय ने अगस्त माह के शुरु में ही विभिन्न माध्यमों से प्रतिदिन चेतावनी देना शुरु कर दिया था। इनमें मौसम विभाग की वेबसाइट, एसएमएस और ईमेल के अलावा नाउकास्ट प्रणाली से केरल के प्रत्येक जिले के लिये अगले तीन घंटों की मौसम की जानकारी से राज्य सरकार के संबद्ध अधिकारियों को लगातार अवगत कराया गया।
विभाग ने स्पष्ट किया कि नौ अगस्त को राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा आहूत उच्च स्तरीय बैठक में भी केरल में जबरदस्त मानसून और इस कारण होने वाली मूसलाधार बारिश की स्थिति का विस्तार से उल्लेख किया गया था। इतना ही नहीं, राज्य के मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व एवं आपदा प्रबंधन) को इस बारे में विभाग द्वारा टेलीफोन पर मौखिक रूप से समय समय पर बारिश के पूर्वानुमान की जानकारी दी गयी।