नई दिल्ली: राजधानी में यमुना नदी के बढ़े जलस्तर बने बाढ़ के हालात के बीच जहां आम लोग तमाम परेशानियों का सामना कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच आरोप और प्रत्यारोप का दौर जारी है।
दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाते हुए कहा था कि दिल्ली को जानबूझकर डुबाया गया, हथिनीकुंड बैराज से अतिरिक्त पानी केवल दिल्ली भेजा गया। हथिनीकुंड बैराज से केवल दिल्ली के लिए पानी छोड़ा गया जबकि पश्चिमी नहर के लिए कोई पानी नहीं छोड़ा गया।
इसके जवाब में बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा, "दिल्ली में जल संकट आया है और आम आदमी पार्टी के नेता व मंत्री बता रहे हैं कि गलती हरियाणा सरकार की है। भारतीय सेना जो दिन रात जनता की सेवा में लगी है वह षड्यंत्र कर रही है, केंद्र सरकार, एलजी साहब और NDRF की टीमें षड्यंत्र कर रही है और 'शीशमहल' में बैठकर जो एसी का आनंद ले रहा है, वह मुख्यमंत्री सही है।"
गौरव भाटिया ने आगे कहा, "पिछले 9 वर्षों में यमुना को साफ करने के लिए 6,800 करोड़ रुपये खर्च हुए। ये जो डिसिल्टिंग का काम है इरिगेशन डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है। तो पहले ये बताइए कि आप यमुना की डिसिल्टिंग क्यों नही कर पाए? पिछले साल भी भाजपा ने ये मुद्दा उठाया और आपसे पूछा कि डिसिल्टिंग क्यों नहीं हो रही है? इससे बाढ़ आने का खतरा है, लेकिन आपने उसका संज्ञान भी नहीं लिया। आज प्रदेश में सरकार आप की, दिल्ली जल बोर्ड आप का, MCD आप का इसके बाद भी दोषारोपण दूसरों पर... ऐसा क्यों?"
बीजेपी ने आरोप लगाया कि झूठे वादों को सीढ़ियां बना केजरीवाल ने खुद को मालामाल और दिल्ली वालों को बाढ़ से बेहाल बनाया है। दिल्ली डूबी है लेकिन केजरीवाल अपने 'शीशमहल' में बैठ अपनी कुव्यवस्था का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने में व्यस्त है। जनता इसका हिसाब जरूर करेगी।
बीजेपी सांसद प्रवेश सिंह ने कहा, "ऐसे समय में जब केजरीवाल को NDRF का धन्यवाद करना चाहिए, ऐसे में वह NDRF पर दोषारोपण कर रहे हैं। ये कोई पहली बार नहीं है, इससे पहले केजरीवाल ने पुलवामा के दौरान भी भारतीय सेना और अर्द्धबलों पर सवाल उठाया था और उनके मनोबल को गिराया था।"