चेन्नई, 07 अगस्तः द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) प्रमुख एम. करुणानिधि का मंगलवार को निधन हो गया, जिसके बाद तमिलनाडु सहित देश में शोक की लहर डूब गई। इधर, डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम के स्टॉलिन ने शांति बनाए रखने के लिए पार्टी के समर्थकों से अपील की है। साथ ही उन्होंने कावेरी अस्पताल के डॉक्टरों को धन्यवाद दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, एमके स्टॉलिन ने अपने बयान में डीएमके कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि शांति बनाए रखें। वहीं, उन्होंने कावेरी अस्पताल के प्रबंधन और डॉक्टरों का शुक्रिया अदा किया।'
सोमवार को अस्पताल ने बुलटेन जारी करके स्थिति गंभीर बताई थी। वहीं, करुणानिधि के निधन की खबर सुनने के बाद से उनके समर्थकों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है। उनके चाहने वाले अस्पताल के बाहर और भी अलग-अलग जगहों पर रोते बिलखते भी नजर आए। अस्पताल से करुणानिधि के शव को उनके घर पर ले जाया जाएगा। जहां उनको अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। कहा जा रहा है कि उनके सभी बच्चे फिलहाल उनके साथ हैं।
तमिलनाडु ही नहीं बल्कि देश की सियासत के कद्दावर नेता मुत्तुवेल करुणानिधि ऊर्फ एम. करुणानिधि दक्षिण भारत की राजनीति में अपना एक अलग प्रभाव और दबदबा रखते थे। इस राजनेता की राजनीति में पहुंचने की कहानी भी बड़ी दिलचस्प है। वे पहले फिल्म पटकथा, लेखक थे और फिल्मी पर्दे पर दर्शायी गई उनकी इन्हीं कहानियों ने उनके लिए राजनीति का रास्ता तैयार किया था।
3 जून 1924 को नागपट्टिनम के तिरुक्कुभलइ में जन्मे करुणानिधि अपने शुरुआती दिनों में वह पटकथा लेखक रहे थे, लेकिन जैसे जैसे वक्त बीता उनका फिल्मों से मोह हट गया। फिर उन्होंने राजनीति में अपने करियर की एक नई शुरुआत की थी।देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट।