नवजोत सिंह सिद्धू ने फिर दिया विवादित बयान, कहा- इमरान खान को जाता है करतारपुर कॉरिडोर का श्रेय
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 26, 2018 04:38 PM2018-11-26T16:38:59+5:302018-11-26T16:38:59+5:30
सिद्धू ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय इमरान खान को जाता है। जिन्होंने इसके निर्माण के लिए कई सालों तक प्रार्थनाएं की। इस शख्स ने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री की कुर्सी के लिए 24 साल का संघर्ष किया है'।
पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रति अपने प्रेम को जगजाहिर किया है। सिद्धू ने न्यूज़ 18 से बात करते हुए कहा, 'करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय इमरान खान को जाता है। जिन्होंने इसके निर्माण के लिए कई सालों तक प्रार्थनाएं की। इस शख्स ने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री की कुर्सी के लिए 24 साल का संघर्ष किया है'।
सिद्धू ने धर्म को राजनीति से दूर रखने की सलाह दी और साथ ही कहा कि दोनों देशों को आपसी प्रेम और भाईचारे को बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा, 'नुसरत फतेह अली खान और गुलाम अली जैसे लोगों को दोनों देशों के बीच की दूरियों को कम करने का मौका देना चाहिए'।
एक दिन पूर्व ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आतंकवादी हमलों का हवाला देते हुए कॉरिडोर के शिलान्यास में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था। वहीं सिद्धू ने रविवार को ही निमंत्रण को स्वीकार कर लिया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा, 'ये उनके लिए बहुत खुशी और सम्मान की बात है कि उन्हें करतारपुर साहिब के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होने का मौका मिलेगा। मैं इस ऐतिहासिक मौके पर आपसे मिलने को तत्पर हूँ।'
सिद्धू का बयान ऐसे समय में आया है जब पूरा देश मुंबई हमले की 10 वीं बरसी के शोक में डूबा हुआ है। आज ही के दिन 2008 में पाकिस्तान से आये आतंकवादियों ने मुंबई में आतंक का खूनी खेल खेला था। 166 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी गई थी।
नवजोत सिंह सिद्धू का इमरान खान और पाकिस्तान के प्रति प्रेम उस समय सामने आया था जब बॉर्डर पर जवानों के शहीद होने के बावजूद उन्होंने इमरान खान के शपथ ग्रहण में हिस्सा लिया था। पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के साथ गर्मजोशी से गले मिलने के कारण उन्हें भारत में मीडिया, भाजपा और यहां तक की अपनी पार्टी कांग्रेस के गुस्से का सामना करना पड़ा था।