करतारपुर साहिब कॉरिडोरः अपने वादे से मुकर गया पाकिस्तान, पहले दिन भी फीस में नहीं देगा रियायत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 8, 2019 15:02 IST2019-11-08T15:02:31+5:302019-11-08T15:02:31+5:30
Kartarpur Corridor: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घोषणा की थी कि 9 नवंबर को तीर्थयात्रियों से 20 डॉलर का शुल्क नहीं लेगा।

करतारपुर साहिब कॉरिडोरः अपने वादे से मुकर गया पाकिस्तान, पहले दिन भी फीस में नहीं देगा रियायत
बहुप्रतीक्षित करतारपुर गलियारे के शनिवार को होने वाले उद्घाटन से पहले पाकिस्तान अपनी बात से मुकर गया है। पाक पीएम इमरान खान ने घोषणा की थी कि वो गुरुद्वारा दरबार साहिब जाने वाले भारतीय तीर्थयात्रियों को पासपोर्ट और 9 नवंबर को 20 डॉलर फीस पर छूट देगा। लेकिन ताजा मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान की तरफ से पासपोर्ट आवश्यक करने पर विरोधाभाषी खबरें आईं। साथ ही पाकिस्तान ने आज भारत को सूचित किया कि वह 9 नवंबर को भी सभी तीर्थयात्रियों से 20 डॉलर का शुल्क लेगा। बता दें कि इससे पहले पाक पीएम इमरान खान ने घोषणा की थी कि 9 नवंबर को तीर्थयात्रियों से 20 डॉलर का शुल्क नहीं लेगा।
सिद्धू को मिली अनुमति
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में पंजाब के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू को कई बार के आग्रह के बाद करतारपुर गलियारे के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाने की आज राजनीतिक मंजूरी प्रदान कर दी गई। इससे पहले, विदेश मंत्रालय ने सिद्धू के मुद्दे पर कहा कि किसी व्यक्ति को खास महत्व देना ‘‘अत्यंत ऐतिहासिक आयोजन’’ के साथ न्याय नहीं होगा। बाद में, अधिकारियों ने कहा कि कांग्रेस विधायक को उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाने की राजनीतिक मंजूरी प्रदान कर दी गई है।
पहले जत्थे में 550 लोग शामिल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि भारत द्वारा सौंपी गई उद्घाटन जत्थे में शामिल 550 प्रतिनिधियों की सूची की पाकिस्तान ने अभी पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान को तीर्थयात्रियों की सूची की पुष्टि यात्रा से कम से कम चार दिन पहले करनी थी। परसों यात्रा होनी है, इसलिए हम समझते हैं कि पाकिस्तान को सौंपे गए सभी नामों की पुष्टि हो गई है और उसी के अनुसार हमने सूचित किया है कि जत्थे में कौन-कौन शामिल हैं।’’
भिंडरांवाले की तस्वीर पर आपत्ति
रवीश कुमार ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान द्वारा करतारपुर कॉरिडोर पर जारी किए गए वीडियो पर ‘‘कड़ी आपत्ति’’ जताई है जिसमें जरनैल सिंह भिंडरांवाले सहित तीन खालिस्तानी अलगाववादी नेताओं की तस्वीरें दिखाई गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम तीर्थयात्रा की भावना को कमतर करने की पाकिस्तान की कोशिश की निन्दा करते हैं।’’
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि भारत ने विवादित वीडियो को हटाने तथा भारत विरोधी दुष्प्रचार के लिए बांटी जा रही कुछ प्रकाशन सामग्री को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने पाकिस्तान से यह भी कहा कि वह आयोजन में शामिल होने वाली भारतीय हस्तियों के लिए पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करे। भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता पर भी पाकिस्तान से विरोधाभासी खबरें आईं।
पाकिस्तान ने की थी छूट की घोषणा
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारतीय सिखों के लिए पासपोर्ट की शर्त में एक साल के लिए छूट दी गई है। फैसल ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने श्रद्धालुओं के आने से 10 दिन पहले पाकिस्तानी सरकार को तीर्थयात्रियों की जानकारी मुहैया कराने की आवश्यकता से भी छूट दे दी है और इसके साथ ही नौ तथा 12 नवंबर को आने वाले श्रद्धालुओं से 20 अमेरिकी डॉलर (लगभग 1400 रुपये) का शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। इससे पहले, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि करतारपुर साहिब आने वाले भारतीय तीर्थयात्रियों को करतारपुर गलियारे का इस्तेमाल करने के लिए पासपोर्ट की जरूरत होगी।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से इनपुट्स लेकर