कर्नाटक शपथ ग्रहणः सिद्धारमैया दूसरी बार मुख्यमंत्री तो डीके पहली बार बनेंगे डिप्टी सीएम; नीतीश, स्टालिन, पवार होंगे शामिल, इन्हें नहीं बुलाया गया
By अनिल शर्मा | Published: May 20, 2023 07:55 AM2023-05-20T07:55:34+5:302023-05-20T08:02:08+5:30
Karnataka swearing-in: पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय से जुड़े सूत्रों ने कहा है कि ममता बनर्जी सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह से दूर रह सकती हैं और वह अपने स्थान पर किसी प्रतिनिधि को भेज सकती हैं। कांग्रेस विपक्ष के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित करके विपक्षी एकजुटता का संदेश देने की तैयारी में है।
Karnataka swearing-in: कांग्रेस सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के लिए बेंगलुरु के कांतिरावा स्टेडियम में मंच तैयार हो चुका है। आज दोपर 12:30 बजे सिद्धारमैया मुख्यमंत्री पद की और डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। सिद्धारमैया दूसरी बार मुख्यमंत्री तो डीके पहली बार डिप्टी सीएम बनने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि डॉ. परमेश्वर, एमबी पाटिल, एनके पाटिल, लक्ष्मी नेबलकर और आरवी देशपांडे भी मंत्री पद की शपथ लेंगे।
कांग्रेस के इस शपथ ग्रहण समारोह को विपक्षी एकता के शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है। क्योंकि आज बेंगलुरु के कांतिरावा स्टेडियम में कई राज्यों के मुख्यमंत्री और विपक्षी नेता एक साथ नजर आएंगे। कांग्रेस के सूत्रों ने बताया कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, नेशनल कांफ्रेस के नेता फारूक अब्दुल्ला, बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कुछ अन्य विपक्षी नेताओं को आमंत्रित किया गया है। हालांकि ममता बनर्जी के शामिल होने की संभावना कम है। टीएमसी के मुताबिक, ममता बनर्जी की बजाय पार्टी के दूसरे नेता को प्रतिनिधि के तौर पर भेजा जाएगा।
उधर, बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती, भारत राष्ट्र समिति के प्रमुख केसीआर और आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी को न्यौता नहीं भेजा गया है। बीजू जनता दल को भी आमंत्रित नहीं किया गया है।
पश्चिम बंगाल राज्य सचिवालय से जुड़े सूत्रों ने कहा है कि ममता बनर्जी सिद्धरमैया के शपथ ग्रहण समारोह से दूर रह सकती हैं और वह अपने स्थान पर किसी प्रतिनिधि को भेज सकती हैं। कांग्रेस विपक्ष के प्रमुख नेताओं को आमंत्रित करके विपक्षी एकजुटता का संदेश देने की तैयारी में है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव डी राजा ने कांग्रेस की ओर से निमंत्रण मिलने की पुष्टि की है।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं को बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस शपथ ग्रहण के मौके पर विपक्षी एकजुटता का संदेश देने का प्रयास कर रही है। अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और जनता दल (यूनाइटेड) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार विपक्षी एकजुटता का प्रयास कर रहे हैं। इस प्रयास के तहत खड़गे कई विपक्षी नेताओं से बात और मुलाकात कर चुके हैं।
दूसरी तरफ नीतीश कुमार भी कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर एक मंच पर आने की सलाह दे चुके हैं। आने वाले दिनों में बिहार की राजधानी पटना में विपक्ष के प्रमुख नेताओं की एक बैठक भी हो सकती है। कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें जीतीं।