सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस को बड़ा झटका, केजी बोपैया ही बने रहेंगे प्रोटेम स्पीकर
By कोमल बड़ोदेकर | Updated: May 19, 2018 12:55 IST2018-05-19T11:15:24+5:302018-05-19T12:55:44+5:30
कर्नाटक में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच राज्यपाल द्वारा प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ती के खिलाफ दाखिल की गई कांग्रेस की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है।कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल जिरह कर रहे हैं।

K. G. Bopaiah to stay as pro tem speaker says Supreme Court
नई दिल्ली, 18 मई। कर्नाटक में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच राज्यपाल द्वारा प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ती के खिलाफ दाखिल की गई कांग्रेस की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू हो चुकी है।कांग्रेस की ओर से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल जिरह कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में दलील देते हुए कपिल सिब्बल ने कह रहे हैं कि राज्यपाल ने प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ती गलत तरीके से की है और उन्होंने एक गलत परंपरा शुरू की है।
इससे पहले प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा ने शुक्रवार देर रात इस मामले को न्यायमूर्ति ए के सिकरी की अध्यक्षता वाली तीन न्यायाधीशों की पीठ के समक्ष सूचीबद्ध किया था, जो इस (कर्नाटक) मामले में सुनवाई कर रहे हैं। इस पीठ में न्यायमूर्ति एस के बोबडे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण भी शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रोटेम स्पीकर केजी बोपैया की नियुक्ति के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए अटॉर्नी जनरल भी कोर्ट में मौजूद हैं। वहीं कांग्रेस की ओर से अभिषेख मनु सिंघवी और कपिल सिब्बल भी कोर्ट में जिरह कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर राज्यपाल के फैलसे और प्रोटेम स्पीकर केजी बोपैया की नियुक्ति के खिलाफ नोटिस जारी किया जाता है तो शक्ति परीक्षण और विधायकों के शपथ ग्रहण पर इसका असर पड़ेगा।