Karnataka MLC Polls 2022: भाजपा ने पूर्व सीएम येदियुरप्पा को दिया झटका, बेटे विजयेंद्र को टिकट नहीं, देखें लिस्ट
By सतीश कुमार सिंह | Updated: May 24, 2022 15:23 IST2022-05-24T15:22:50+5:302022-05-24T15:23:58+5:30
Karnataka MLC polls 2022: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने तीन जून को कर्नाटक विधान परिषद की सात सीट पर होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र को उम्मीदवार बनाने की पार्टी की राज्य इकाई की सिफारिश को नजरअंदाज कर दिया है।

भाजपा विधान परिषद की सात में से चार सीटें जीत सकती है, जिसके लिए विधायक वोट करते हैं।
Karnataka MLC polls 2022: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को बड़ा झटका दिया है। पार्टी ने बेटे विजयेंद्र को टिकट नहीं दिया है। भाजपा ने मंगलवार को आगामी 3 जून को होने वाले विधान परिषद चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की।
भाजपा ने मंगलवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री और पार्टी के उपाध्यक्ष लक्ष्मण सावदी, पार्टी की राज्य इकाई के सचिवों हेमलता नायक व एस. केशवप्रसाद और एससी मोर्चे की राज्य इकाई के अध्यक्ष सी. नारायणस्वामी को उम्मीदवार बनाने की घोषणा की। भाजपा विधान परिषद की सात में से चार सीटें जीत सकती है, जिसके लिए विधायक वोट करते हैं।
सूची की घोषणा पूर्व सीएम बी एस येदियुरप्पा के लिए एक झटका है। पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उनके दूसरे बेटे बी वाई विजयेंद्र जो भाजपा राज्य इकाई के उपाध्यक्ष हैं को एमएलसी चुनावों के लिए उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारने से इनकार कर दिया। विजयेंद्र के नाम की सिफारिश राज्य बीजेपी कोर कोर कमेटी ने की थी।
वरिष्ठ नेता बसवराज होराती, जिन्होंने हाल ही में जदएस को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए, 13 जून को होने वाले कर्नाटक पश्चिम शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार होंगे। कुछ ऐसी खबरें भी थीं कि येदियुरप्पा अपने बेटे को विधान पार्षद (एमएलसी) बनाना चाहते थे और फिर उन्हें मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की कैबिनेट में मंत्री बनाने पर जोर देते।
पिछले साल जुलाई में येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उनके समर्थक भी ऐसी ही मांग कर रहे थे। कहा जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व ने भी विजयेंद्र को उम्मीदवार नहीं बनाने का फैसला किया, क्योंकि इससे 2023 विधानसभा चुनावों से पहले वंशवाद की राजनीति के खिलाफ भाजपा का रुख कमजोर हो जाता। येदियुरप्पा फिलहाल शिकारीपुरा विधानसभा सीट से विधायक हैं, जबकि उनके बड़े बेटे बी. वाई. राघवेंद्र शिवमोगा से सांसद हैं।