कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक वोट चोरी, राहुल गांधी ने कहा- यह अब भी हाइड्रोजन बम नहीं है, अभी आने वाला, वीडियो
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 18, 2025 12:04 IST2025-09-18T11:53:42+5:302025-09-18T12:04:47+5:30
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, "हमें चुनाव आयोग के अंदर से मदद मिलनी शुरू हो गई है। मैं स्पष्ट कर रहा हूं कि अब हमें चुनाव आयोग के अंदर से जानकारी मिल रही है, और यह रुकने वाला नहीं है..."

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नई दिल्लीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन कर निर्वाचन आयोग और भाजपा सरकार पर हमला किया। कुछ लोग लाखों मतदाताओं के नाम हटाने के इरादे से उन पर सुनियोजित तरीके से निशाना साध रहे हैं, दलितों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। मतदाताओं को हटाने का काम किसी व्यक्ति के माध्यम से नहीं बल्कि सॉफ्टवेयर का उपयोग करके केंद्रीकृत तरीके से किया गया। कर्नाटक के आलंद में कांग्रेस के मतदाताओं को निशाना बनाने के लिए फर्जी लोगों द्वारा 6,018 नाम हटाने के आवेदन दायर किए गए।
LIVE: Special press briefing by LoP Shri @RahulGandhi at Indira Bhawan | New Delhi. https://t.co/BfcSQU0LTd
— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
चुनाव आयोग में हमारे आदमी हैं।
अब चुनाव आयोग के अंदर से हमें 'वोट चोरी' की जानकारी मिलने लगी है। pic.twitter.com/xDrSVwxfoy— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
कर्नाटक, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में ‘बड़े पैमाने’ पर मतदाताओं के नाम हटाए गए; मुख्य निर्वाचन आयुक्त को भारतीय लोकतंत्र की ‘हत्या’ करने वाले लोगों को बचाना बंद करना चाहिए। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के गढ़ में योजनाबद्ध तरीके से मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं। मतदाताओं के नाम हटाने का ब्यौरा न देकर निर्वाचन आयोग लोकतंत्र के ‘हत्यारों’ को बचा रहा है।
Targeted deletions in strong Congress booths.
— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
👉The top 10 booths with maximum deletions were Congress strongholds.
👉Congress won 8 out of the 10 booths in 2018.
👉 This was not a coincidence; this was a planned operation.
: LoP Shri @RahulGandhi
📍 Delhi pic.twitter.com/DJV2YTIFv2
कर्नाटक सीआईडी ने निर्वाचन आयोग से हटाए गए नामों की जानकारी मांगते हुए जांच शुरू कर दी है, लेकिन आयोग जानकारी नहीं दे रहा है। यह मतदाताओं के नाम हटाकर ‘वोट चोरी’ करने का एक और उदाहरण है, मुख्य निर्वाचन आयुक्त एक सप्ताह के भीतर ‘मतदाताओं के नाम हटाने’ का विवरण उपलब्ध कराएं। यह अब भी हाइड्रोजन बम नहीं है, अभी आने वाला है।