नई दिल्लीः कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने राज्य सरकार में नेतृत्व परिवर्तन से जुड़ी अटकलों को खारिज करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए ‘‘कोई रिक्ति नहीं’’ है और वह पद पर बने हुए हैं। सिद्धरमैया ने दावा किया कि वह मुख्यमंत्री के रूप में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और उन्होंने इस साल के आखिर में उप मुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने का मार्ग प्रशस्त होने से संबंधित अटकलों को खारिज कर दिया। कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘क्या मुख्यमंत्री पद के लिए कोई रिक्ति है? मैं आपके सामने हूं। मैं कर्नाटक का मुख्यमंत्री हूं। डी. के. शिवकुमार ने भी यही कहा है और मैं भी यही कह रहा हूं... कोई रिक्ति नहीं है।’’
सिद्धरमैया दिल्ली में हैं और उनके कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात करने की संभावना है। मई 2023 में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धरमैया और शिवकुमार के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा थी। कांग्रेस ने किसी तरह शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनने के लिए राजी कर लिया था।
उस समय ऐसी खबरें थीं कि ‘‘बारी-बारी से मुख्यमंत्री’’ बनने को लेकर एक समझौते पर सहमति बनी है, जिसके तहत शिवकुमार को ढाई साल बाद नवंबर 2025 में मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। हालांकि, पार्टी की ओर से इस समझौते की आधिकारिक पुष्टि अब तक नहीं हुई है।
कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों पर परमेश्वर ने कहा- कांग्रेस आलाकमान करेगा निर्णय
कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बृहस्पतिवार को कहा कि पार्टी आलाकमान सब देख रहा है और समय आने वह निर्णय करेगा। प्रदेश में संभावित नेतृत्व परिवर्तन और कुछ पार्टी नेताओं एवं विधायकों के सार्वजनिक बयानों के बारे में एक सवाल के जवाब में परमेश्वर ने स्वीकार किया कि वास्तव में ‘नाटक’ हो रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसपर टिप्पणी करके उनकी ‘‘एक और नाटक कंपनी खोलने की इच्छा नहीं है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जैसा कि आप (मीडियाकर्मियों) ने कहा, एक नाटक जारी है। इस (नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे) पर न तो बार-बार चर्चा होनी चाहिए और न ही बयानबाजी।
प्रशासन में कोई समस्या नहीं है, यह सुचारू रूप से चल रहा है और मुख्यमंत्री (सिद्धरमैया) प्रभावी रूप से इसका संचालन कर रहे हैं। मैं एक और नाटक कंपनी (बयान देने से) नहीं खोलना चाहता।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान सब देख रहा है और समय आने वह निर्णय करेगा।