कर्नाटक संकट पर सीएम कुमारस्वामी तोड़ी चुप्पी, बीजेपी पर इस्तीफा देने वाले MLA का अपहरण करने का आरोप
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 8, 2019 04:04 PM2019-07-08T16:04:39+5:302019-07-08T16:04:39+5:30
कर्नाटक विधानसभा के 13 विधायकों ने पिछले कुछ दिनों में इस्तीफा दिया है। इनमें से 10 विधायक कांग्रेस के हैं, जबकि 3 विधायक जद (एस) के हैं ।
कर्नाटक विधानसभा में विधायकों के इस्तीफे और मौजूदा सरकार के संकट पर सीएम एचडी कुमारस्वामी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि उन्हें कोई घबराहट नहीं है। कुमारस्वामी ने कहा, हालिया राजनीतिक हालत से मुझे कोई घबराहट नहीं हो रही है। मुझे राजनीति पर कोई बात नहीं करनी है। कुमारस्वामी ने इस बात का दावा किया है कि सरकार पर जो भी मौजूदा संकट है, उसे जल्द ही खत्म कर लिया जाएगा।
नागेश का येदियुरप्पा के पीए और बीजेपी ने किया अपहरण
कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि उन्होंने इस्तीफा देने वाले एच नागेश को अगवा कर लिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुये उन्होंने कहा, अभी मुझे मंत्री पद से इस्तीफा देनेवाले नागेश का फोन आया था। उन्होंने कहा कि येदियुरप्पा के पीए और बीजेपी ने उनका अपहरण कर लिया है। जब तक मैं एयरपोर्ट पहुंचा, प्लेन जा चुका था।
#Karnataka Chief Minister and JD(S) leader HD Kumaraswamy: I don't have any kind of anxiety about the present political development. I don't want to discuss anything about politics. pic.twitter.com/qsidfRD5Cg
— ANI (@ANI) July 8, 2019
हमारी सरकार चलती रहेगी: सिद्धारमैया
कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने दावा किया है कि आज हुई बैठक में मंत्रियों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया, जिससे कि अन्य लोगों को अवसर दिए जा सकें। सरकार में पूरी तरह से बदलाव होगा, लेकिन हमारी सरकार चलती रहेगी।
बीजेपी ‘शिकारी पार्टी’: अधीर रंजन चौधरी
कर्नाटक में एच डी कुमारस्वामी सरकार पर संकट का मामला आज (8 जुलाई) लोकसभा में भी उठा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को आरोप लगाया कि भाजपा ‘शिकारी पार्टी’ है। लोकसभा में पार्टी के नेता चौधरी ने संसद भवन में परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम संसद में कर्नाटक का मुद्दा उठाएंगे। यह स्पष्ट है कि भाजपा एक शिकारी पार्टी है।’’ पार्टी ने लोकसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए कार्यस्थगन प्रस्ताव भी दे रखा है।
कर्नाटक विधानसभा के 13 विधायकों ने पिछले कुछ दिनों में इस्तीफा दिया है। इनमें से 10 विधायक कांग्रेस के हैं, जबकि 3 विधायक जद (एस) के हैं । गत शनिवार को इस्तीफा देने वाले 11 विधायकों में से कई विधायक मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं।
नागेश के अपना समर्थन वापस ले लेने के बाद विधानसभा में अध्यक्ष के अलावा जद(एस)-कांग्रेस की गठबंधन सरकार के कुल 117 सदस्य (कांग्रेस-78, जद (एस)-37, बसपा-1 और निर्दलीय- 1) हैं। सदन में भाजपा के 105 सदस्य हैं जहां बहुमत के लिए 113 का आंकड़ा होना चाहिए। अगर विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होते हैं तो गठबंधन के सदस्यों की संख्या घट कर 104 पर पहुंच जाएगी।