कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। सत्ताधारी कांग्रेस और जेडीएस के 11 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने इसकी पुष्टि कर दी है। कांग्रेस नेता और राज्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पार्टी की आपात बैठक बुलाई है। सीएम कुमारस्वामी अमेरिका के दौरे पर हैं।
विधायक रमेश जरकीहोली, बीसी पाटिल, महेश कुमतल्ली, प्रताप गौड़ा पाटिल, शिवराम हेब्बर, सुब्बा रेड्डी और एस विश्वनाथ, नारायण गौड़ा, मलिंगा रेड्डी, सौम्य रेड्डी, एन मुनीरत्न, एसटी सोमशेखर और विरथी बासवराजऔर के गोपालैय्या ने स्पीकर कुमार की अनुपस्थिति में उनके सेक्रेटरी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसके बाद कई विधायक राज्यपाल वजुभाई वाला से मिलने राजभवन पहुंचे।
फिलहाल कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री जी परमेश्वरा और राज्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कांग्रेस नेताओं की आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक कांग्रेस और जेडीएस विधायकों के इस्तीफे की सुगबुगाहट के मद्देनजर बुलाई गई है।
इस्तीफा देने पहुंचे कांग्रेस विधायक रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि मैं विधानसभा अध्यक्ष के पास इस्तीफा देने आया हूं। मैं अपनी बेटी और कांग्रेस विधायक सौम्या रेड्डी के बारे में नहीं जानता। वह एक स्वतंत्र महिला हैं।
बहुमत का मौजूदा गणित
कर्नाटक विधानसभा में 224 सदस्य हैं। किसी भी सरकार को बहुमत के लिए 113 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। फिलहाल कांग्रेस और जेडी(एस) के पास कुल मिलाकर 116 विधायक हैं। इसके अलावा एक बीएसपी विधायक का समर्थन भी सरकार को मिला हुआ है। इस प्रकार सरकार के पास बहुमत से चार विधायक ज्यादा हैं। दूसरी तरफ बीजेपी के पास 104 विधायक हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय और एक केपीजेपी का विधायक है।
सरकार बनाने के लिए बीजेपी की योजना
कर्नाटक में बीजेपी की योजना है कि विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा गिराकर ही 207 कर दिया जाए। इसके लिए सत्ताधारी पार्टी के 16 विधायकों को इस्तीफे देने होंगे। 207 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी 104 सीटों के साथ बहुमत हासिल कर लेगी। इसके अलावा निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी हासिल हो सकता है।