कर्नाटक सरकार की राज्य के जल स्रोतों का मानचित्रण करने की योजना, पानी की कमी से निपटने के लिए उठाया गया कदम

By अनुभा जैन | Updated: September 29, 2023 15:32 IST2023-09-29T15:31:00+5:302023-09-29T15:32:36+5:30

तकनीक के माध्यम से प्रत्येक विभाग में डेटा एकत्र किया जाएगा और जल स्रोतों का मानचित्रण किया जाएगा। बाद में यह तय किया जाएगा कि जल एवं जल स्रोतों को सर्वोत्तम तरीके से कैसे युक्तिसंगत बनाया जाए।

Karnataka government plans to map the state's water sources | कर्नाटक सरकार की राज्य के जल स्रोतों का मानचित्रण करने की योजना, पानी की कमी से निपटने के लिए उठाया गया कदम

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlightsकर्नाटक सरकार ने राज्य में उपलब्ध जल स्रोतों का मिनचित्रण करेगीउपयोग किए जाने वाले पानी को सुव्यवस्थित बनाने की योजनाप्रियांक खड़गे के निर्देशन में विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है

बेंगलुरु: जल स्रोतों की कमी को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने राज्य में उपलब्ध जल स्रोतों को मैप करने के लिए डेटा का उपयोग करने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य खेती, पीने , औद्योगिक उद्देश्यों आदि के लिए उपयोग किए जाने वाले पानी को सुव्यवस्थित और तर्कसंगत बनाना है। आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, लगभग 31 बहु-ग्राम योजनाओं में पानी का कोई स्रोत नहीं है।

आरडीपीआर मंत्री प्रियांक खड़गे के निर्देशन में विभाग ने पहले ही प्रक्रिया शुरू कर दी है और एक रूपरेखा के माध्यम से इसरो, केएसआरएसी, सिंचाई विभाग, जलग्रहण विभाग और अन्य संबद्ध विभागों के नामित अधिकारियों को एक साथ लाया गया है। मंत्री ने बताया, “वर्तमान में हम एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर रहे हैं।“

यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि उपलब्ध तकनीक के माध्यम से, प्रत्येक विभाग में डेटा एकत्र किया जाएगा और जल स्रोतों का मानचित्रण किया जाएगा। बाद में यह तय किया जाएगा कि जल एवं जल स्रोतों को सर्वोत्तम तरीके से कैसे युक्तिसंगत बनाया जाए इसमें यह भी पता लगाया जाएगा कि ये जलस्रोत पीने योग्य हैं या नहीं, इन्हें उपचार के बाद उपयोग में लाया जा सकता है या बंद कर दिया जाना चाहिए।

मलनाड क्षेत्र के साथ दक्षिण और उत्तरी कन्नड़ में घटते जल स्तर के कारणों का पता लगाया जाएगा। मंत्री प्रियांक खड़गे ने कहा कि विस्तृत विश्लेषण खोजने और ऑडिट प्रक्रिया को पूरा करने में एक साल या उससे अधिक समय लगेगा। जल जीवन जैसी योजनाएं बेकार ना हो, इसके लिए उन जल स्रोतों का ऑडिट किया जाएगा, जिनमें सतही जल की पहुंच है। आरडीपीआर विभाग उपलब्ध भूजल विकल्पों का गहराई से अध्ययन कर रहा है इस बात पर ध्यान रखते हुये कि क्या विकल्प योजनाओं के लिए उपयुक्त होंगे।

Web Title: Karnataka government plans to map the state's water sources

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे