लाइव न्यूज़ :

कर्नाटक सरकार ने स्कूलों को दी 'गणेश उत्सव' मनाने की छूट, वक्फ बोर्ड ने कहा, 'ईद भी मनाने दें'

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: August 19, 2022 17:50 IST

कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि स्कूल और कॉलेज प्रबंधन अपनी इच्छा से परिसर में गणेश चतुर्थी मना सकते हैं। जिसके बाद कर्नाटक वक्फ बोर्ड ने बोम्मई सरकार से मांग की है कि सरकार स्कूलों में मुस्लिम छात्रों को भी ईद मनाने की भी छूट प्रदान करें।

Open in App
ठळक मुद्देकर्नाटक के सरकारी स्कूलों को गणश उत्सव मनाने की छूट मिलने के बाद पैदा हुआ विवादमुस्लिम समुदाय की ओर से वक्फ बोर्ड ने भी मांगी स्कूलों में ईद मनाने की छूटशिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि स्कूल गणेश चतुर्थी मना सकते हैं और इसमें विवाद नहीं होना चाहिए

बेंगलुरु:कर्नाटक के सरकारी स्कूलों में गणश उत्सव मनाने की छूट मिलने के बाद मुस्लिम समुदाय की ओर से वक्फ बोर्ड ने बोम्मई सरकार से मांग की है कि वो स्कूलों में मुस्लिम छात्रों को भी ईद मनाने की भी छूट प्रदान करें। जानकारी के मुताबिक यह विवाद तक पैदा हुआ जब राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि स्कूल और कॉलेज अपनी इच्छा से गणेश चतुर्थी मना सकते हैं।

मंत्री बीसी नागेश के इस बयान के बाद कर्नाटक वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी ने कहा कि जिस तरह से हिंदू छात्रों को शिक्षा विभाग गणेश उत्सव मनाने की छूट दे रहा है, उसी तरह उसे मुस्लिम छात्रों को भी ईद मिलाद मनाने की अनुमति देनी चाहिए।

मामले में स्कूली शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने बीते बुधवार को पत्रकारों से कहा, "शिक्षा विभाग की ओर से केवल इतना ही कहा गया है कि जो स्कूल-कॉलेज कैंपस में पहले भी अपनी क्षमता में गणेश उत्सव का आयोजन कर रहे थे, वे इस साल भी गणेश उत्सव का आयोजन करने के लिए स्वतंत्र हैं। इसमें किसी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए और न ही ये किसी तरह के संघर्ष को भड़काने वाला है। इन रीति-रिवाजों से हमारे समुदाय एक बंधन में बंधते हैं।"

समाचार वेबसाइट 'द न्यूज मिनट' के मुताबिक राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने बुर्का विवाद में कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले पर जो टिप्पणी की थी, उसकी मुस्लिम समुदाय में बहुत आलोचना हुई थी। कर्नाटक हाईकोर्ट ने बुर्का प्रतिबंध के मामले में राज्य सरकार के आदेश को बरकरार रखा था।

बोम्मई सरकार ने बुर्का विवाद में स्पष्ट आदेश दिया था शैक्षिक संस्थाओं के परिसर में छात्र-छात्राओं द्वारा बुर्का, भगवा शॉल सहित किसी भी धार्मिक प्रतीकों के साथ कक्षाओं में प्रवेश नहीं मिलेगा। छात्रों को स्कूल या कॉलेज में प्रबंधन द्वारा निर्धारित ड्रेस कोड में ही आना होगा। हालांकि हाईकोर्ट के फैसले में कॉलेज या स्कूल परिसर में धार्मिक त्योहारों को मनाने के संबंध में अलग से कुछ नहीं कहा गया था।

गणेश उत्सव विवाद में कर्नाटक वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शफी सादी ने कहा, “हमारा मानना है कि बच्चों को उनके धर्म और उससे जुड़े रीति-रिवाजों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। यदि वे स्कूल और कॉलेज में किया जाा है तो उनका नैतिक विकास होगा। सरकार जिस तरह से स्कूल-कॉलेजों में गणेश उत्सव मनाने के लिए छात्रों को छूट दे रही है, उसी तरह से उसे इस्लामी त्योहारों को मनाने वालों छात्रों को भी अनुमति देनी चाहिए। जब ऐसा होगा तो अलग-अलग धर्म को लोगों के बीच धार्मिक अविश्वास खत्म हो सकता है।”

उन्होंने कहा कि जब स्कूल में गणेश उत्सव मनाया जाएगा तो उसमें मुस्लिम और ईसाई छात्र भी शामिल होंगे। अगर सरकार इसी तरह से स्कूलों में सभी त्योहारों को समान रूप से मनाए तो उससे धार्मिक तनाव कम होगा।

उन्होंने कहा, “मैं अपील करता हूं कि स्कूलों और कॉलेजों में हिंदू छात्र गणेश उत्सव और मुस्लिम छात्र ईद मिलाद मिलकर मना सकें। हिंदु छात्रों को को भगवद गीता, मुसलमान छात्रों को कुरान और ईसाई छात्र को बाइबिल के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। इसलिए सभी स्कूलों और कॉलेजों के प्रबंधन से अपील की कि वे छात्रों को सभी त्योहार मनाने की छूट दें। सभी धर्म शांति, सुख और मित्रता सिखाते हैं और बच्चों में इस बात को सीखना बेहद आवश्यक है।”

वहीं राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने कहा कि स्कूल-कॉलेज गणेश उत्सव को धार्मिक कार्यक्रम के रूप में नहीं बल्कि "एक आंदोलन" के रूप में मानाएं। गणेश उत्सव भारत की आजादी के बाद से मनाया जाता रहा है और इस त्योहार से लोगों में एकजुटता होगी।

टॅग्स :कर्नाटकगणेश चतुर्थीSchool Education
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्टKarnataka: बेलगावी में स्कूली छात्रा के साथ दुष्कर्म, 2 आरोपी गिरफ्तार

भारतKarnataka Politics: एक बार फिर ब्रेकफास्ट टेबल पर सिद्धारमैया-शिवकुमार, डिप्टी सीएम के घर पहुंचे CM सिद्धारमैया

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

क्रिकेटकर्नाटक राज्य क्रिकेट संघः क्या फिर से बाजी मार पाएंगे पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद?, केएससीए चुनाव में केएन शांत कुमार दे रहे टक्कर

भारतनाश्ते में इडली और वड़ा के साथ ही सत्ता की खींचतान कम?, आखिर कैसे 60 दिन बाद सीएम सिद्धरमैया और उपमुख्यमंत्री शिवकुमार फिर से एकजुट?, जानें कहानी

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत