नया खुलासा: क्या योगी आदित्यनाथ की वजह से कर्नाटक में बीजेपी को मिली हार?
By खबरीलाल जनार्दन | Published: May 23, 2018 04:44 PM2018-05-23T16:44:30+5:302018-05-23T16:48:43+5:30
कर्नाटक में योगी आदित्यनाथ ने कुल 33 सीटों पर चुनाव प्रचार किया था और इन सभी सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी जीते थे।
लखनऊ, 23 मईः कर्नाटक में योगी आदित्यनाथ ने कुल 33 सीटों पर चुनाव प्रचार किया था और इन सभी सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी जीते। कर्नाटक चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यानाथ बृहस्पतिवार (तीन मई) से अपनी रैली शुरू किए थे। उन्हें आगामी कुछ दिनों में यहां 13 जिलों की 100 से ज्यादा सीटों के लिए 35 जनसभाएं करनी थीं। लेकिन उनका प्रचार डेढ़ दिन 33 सीटों पर ही सिमट गया।
वे सिरसी, सागरा, बलेहोंनुर, शृंगेरी व चिकमंगलूर, बैंदुर व भटकल की सीटों पर ही प्रचार कर पाए। लेकिन उनकी कई जनसभाएं कैंसिल हो गईं। क्योंकि अपनी चुनावी रैलियां अधूरे में छोड़कर योगी को यूपी लौटना पड़ा। उस वक्त यूपी में आंधी-तूफान से जान-माल का भारी नुकसान हुआ था। 50 से ज्यादा मौतें हो गई थीं। ऐसे में इस वक्त सोशल मीडिया यह चर्चा तेज है कि अगर योगी आदित्यनाथ ने अपनी रैलियां पूरी की होती तो बीजेपी बहुमत से 7 सीटें दूर नहीं रह गई होती।
At least 64 people have lost their lives due to a storm in Uttar Pradesh. My heartfelt condolences to the families who have lost their loved ones.
— Siddaramaiah (@siddaramaiah) May 3, 2018
I am sorry your CM is needed here in Karnataka. I am sure he will return soon & attend to his work there. https://t.co/RwgDrhdn82
कर्नाटक के नाथ संप्रदाय में योगी आदित्यनाथ की जबर्दस्त पकड़
कर्नाटक में नाथ संप्रदाय के 72 से ज्यादा मठ और मंदिर हैं। और खास बात है कि नाथ संप्रदाय की सबसे बड़ी पीठ गोरक्ष पीठ है, जिसके महंत योगी आदित्यनाथ हैं। जबकि नाथ संप्रदाय के मंदिर-मठों की सबसे बड़ी संस्था, 'अखिल भारत वर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा' के अध्यक्ष भी योगी आदित्यनाथ हैं। उनका प्रभाव यहां काफी होता। अगर वे अपनी रैली पूरी कर पाते। (जरूर पढ़ें: 4 साल में 81 विदेश यात्राएं कर चुके हैं पीएम मोदी, 3 साल में खर्च हुए 1000 करोड़ से ज्यादा)
गुजरात और त्रिपुरा योगी ने किया था कमाल
योगी आदित्यानाथ ने गुजरात और त्रिपुरा में पीएम मोदी से ज्यादा प्रभावी चुनाव प्रचार किया था। एक रिकॉर्ड के मुताबिक उन दोनों ही प्रदेशों में जिन जगहों पर योगी आदित्यानाथ ने चुनाव प्रचार किया था वहां की ज्यादातर सीटें बीजेपी के खाते में आई थी।