Karnataka Assembly Elections 2023: ‘‘पूर्ण बहुमत’’ के साथ सत्ता में लौटेगी भाजपा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा-लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 29, 2023 16:06 IST2023-03-29T16:05:40+5:302023-03-29T16:06:57+5:30
Karnataka Assembly Elections 2023: चुनाव आयोग ने बुधवार को घोषणा की कि कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव होंगे और परिणाम 13 मई को घोषित किए जाएंगे।

नामांकन पत्र वापस लिये जाने की आखिरी तिथि 24 अप्रैल होगी, जबकि चुनाव परिणाम की घोषणा 13 मई को होगी।
Karnataka Assembly Elections 2023: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बुधवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कर्नाटक में मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और उनके पूर्ववर्ती बी एस येदियुरप्पा के नेतृत्व में ‘‘पूर्ण बहुमत’’ के साथ सत्ता में लौटेगी।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री और कर्नाटक की धारवाड़ सीट से सांसद जोशी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भाजपा राज्य के विकास के लिए अपनी सरकार के ‘ऐतिहासिक’ कार्यों के कारण लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में हमारी डबल इंजन सरकार ने राज्य के विकास के लिए जो काम किया है, उसे देखते हुए मुझे पूरा विश्वास है कि येदियुरप्पा और बोम्मई के नेतृत्व में भाजपा कर्नाटक में पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटेगी।’’
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा कि भाजपा सरकार ने कर्नाटक के विकास के लिए ‘ऐतिहासिक काम’ किया है। उन्होंने दावा किया कि कर्नाटक के लोग लगातार दूसरी बार भाजपा को जनादेश देने के इच्छुक हैं क्योंकि वे ‘कांग्रेस का इतिहास’ जानते हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस तैयार है: सिद्धरमैया
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने बुधवार को 10 मई को एकल चरण में कर्नाटक विधानसभा का चुनाव कराने के निर्वाचन आयोग के फैसले का स्वागत किया और कहा कि उनकी पार्टी चुनाव के लिए तैयार है। सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर चुनाव प्रणाली को भ्रष्ट बनाने का आरोप लगाते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि निर्वाचन आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएगा।
सिद्धरमैया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें उम्मीद थी कि चुनाव का ऐलान कल या आज किया जाएगा...हम स्वागत करते हैं कि यह चुनाव एकल चरण में होने जा रहा है।’’ सिद्धरमैया ने आदर्श आचार संहिता का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि सत्ताधारी भाजपा ने इसके पहले उपचुनाव में 50 करोड़ रुपये खर्च किये थे।