हुब्बल्ली: कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से टिकट नहीं मिलने पर नाराज पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टर सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। ऐसे में शेट्टर ने बताया, "19 तारीख को मैं अपना नामांकन दाखिल करने जा रहा हूं। नामांकन में कांग्रेस के तमाम नेता और समर्थक रहेंगे।" शेट्टर छह बार के विधायक, विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष, पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं।
भाजपा के हुब्बल्ली-धारवाड़ मध्य सीट से उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट न देने पर उन्होंने पार्टी से अलग होने का फैसला किया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, महासचिव केसी वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला (कर्नाटक प्रभारी), कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया सहित अन्य लोगों की उपस्थिति में वह पार्टी में शामिल हुए।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद शेट्टर ने पत्रकारों से कहा कि वह उन लोगों में से एक हैं जिन्होंने बीएस येदियुरप्पा और दिवंगत एचएन अनंत कुमार के साथ मिलकर कर्नाटक में भाजपा को खड़ा किया, खासकर उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में। उन्होंने कहा, "भाजपा ने मुझे पूर्ण सम्मान और सभी पद दिए और बदले में मैंने पार्टी को खड़ा करने के लिए एक प्रतिबद्ध व वफादार कार्यकर्ता की तरह काम किया..ईमानदारी से अपनी सभी जिम्मेदारियां निभाईं।"
भाजपा पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाते हुए शेट्टर ने कहा कि अपने सभी शुभचिंतकों और समर्थकों से परामर्श करने के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ने और आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया। शेट्टर ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में भाजपा आज 'चुनिंदा लोगों' के नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि वह पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा की आलोचना नहीं करेंगे क्योंकि शायद वे यहां के घटनाक्रम से वाकिफ नहीं हैं।
(भाषा इनपुट के साथ)