Karnataka Assembly Elections 2023: ईश्वरप्पा ने तमिल मतदाताओं की मौजूदगी में बंद कराया तमिलनाडु राज्य का गीत, बोले- "कर्नाटक का गीत बजाओ"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 28, 2023 02:17 PM2023-04-28T14:17:08+5:302023-04-28T14:20:48+5:30
कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने एक चुनावी कार्यक्रम में तमिल मूल के मतदाताओं के बीच तमिलनाडु राज्य के आधिकारिक गीत को बंद करवा दिया और उसकी जगह कर्नाटक राज्य के आधिकारिक गीत बजवाया।
बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव में उस समय कन्नड़ बनाम तमिल का छुपा हुआ द्वंद उजागर हो गया, जब बोम्मई सरकार के पूर्व मंत्री और चुनावी सियासत से सन्यास लेने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने एक चुनावी कार्यक्रम में तमिलनाडु राज्य के आधिकारिक गीत को बंद करवा कर कर्नाटक राज्य के आधिकारिक गीत बजवाया। इस प्रकरण में सबसे दिलचस्प बात यह है कि ईश्वरप्पा ने यह किया तो उस समय मंच पर उनके साथ तमिलनाडु भाजपा के प्रमुख के अन्नामलाई भी बैठे हुए थे।
जानकारी के मुताबिक बीते गुरुवार को शिमोगा में भाजपा का एक चुनावी कार्यक्रम था। जिसमें शिमोगा और आसपास के विधानसभा क्षेत्रों में रहने वाले तमिल मूल के मतदाताओं को पार्टी द्वारा बुलाया गया था। इस कार्यक्रम में न केवल पूर्व उपमुख्यमंत्री केएस ईश्वरप्पा मौजूद थे बल्कि तमिलनाडु भाजपा के प्रमुख के अन्नामलाई और शिमोगा से भाजपा के प्रत्याशी एसएन चन्नबसप्पा भी मौजूद थे। कार्यक्रम में तमिल मूल के मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए तमिल राज्य गीत 'तमिल थाई वज्थु' बजाया जा रहा था।
बताया जा रहा है कि गीत बजते हुए अभी कुछ ही सेकेंड हुए थे कि ईश्वरप्पा अपनी जगह से उठे और आयोजकों से तमिलनाडु राज्य के गीत को फौरन बंद करने का आदेश दिया। ईश्वरप्पा के ऐसे आदेश से अभी के अन्नामलाई और भाजपा प्रत्याशी एसएन चन्नबसप्पा सकते में थे कि ईश्वरप्पा ने मंच संचालक से कहा कि वो कर्नाटक राज्य का गीत बजाएं।
समाचार पत्र 'द हिंदू' के अनुसार 'तमिल थाई वाज़थु' जैसे ही बजना बंद हुआ। ईश्वरप्पा ने कहा कि इसकी कोई जरूरत नहीं है क्योंकि सभा में मौजूद महिलाएं खुद ही इसे गा सकती हैं। हालांकि, उनके कहने के बाद भी कोई महिला गीत गाने के लिए सामने नहीं आई। उसके बाद मंच से कर्नाटक राज्य का गीत बजने लगा।
बताया जा रहा है कि ईश्वरप्पा के इस कदम से तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई मंच पर खुद को बहुत सहज नहीं पा रहे थे और तमिल में कुछ नेताओं से इस प्रकरण के विषय में बात कर रहे थे। लेकिन चूंकि ईश्वरप्पा भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और शिमोगा उनके दखल का क्षेत्र माना जाता है। इस कारण कोई उनके सामने विरोध भी नहीं दर्ज करा सका।
मालूम हो कि के अन्नामलाई को भाजपा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले 4 फरवरी को पार्टी का सह-प्रभारी नियुक्त किया था। वह 2011 बैच के IPS अधिकारी हैं। भाजपा में आने से पहले बतौर आईपीएस वो उडुपी और चिक्कमगलुरु जिलों के पुलिस अधीक्षक रहे हैं और साथ ही बेंगलुरु दक्षिण के पुलिस उपायुक्त (DCP) भी रहे हैं।
के अन्नमलाई ने साल 2019 में आईपीएस की सेवा से इस्तीफा दे दिया और अगस्त 2020 में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। भाजपा में शामिल होने के एक साल के भीतर उन्हें पार्टी ने जुलाई 2021 में तमिलनाडु भाजपा का प्रमुख बना दिया था।