Karnataka Assembly Elections 2023: पूर्व मुख्यमंत्री एस बंगारप्पा के दोनों बेटे सोरब सीट पर भाजपा और कांग्रेस के टिकट से आमने-सामने
By भाषा | Published: April 13, 2023 07:28 PM2023-04-13T19:28:39+5:302023-04-13T19:34:21+5:30
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री पिता एस बंगारप्पा के दोनों बेटे शिमोगा जिले के सोरब विधानसभा क्षेत्र से भाजपा और कांग्रेस का टिकट पर आमने-सामने चुनाव लड़ रहे हैं।
बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत एस बंगारप्पा के दो बेटे अपने पिता की राजनीतिक विरासत को हासिल करने के लिये 10 मई को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे के मुकाबला खड़े हैं। बंगारप्पा के एक बेटे अपने पिता के पारंपरिक दल कांग्रेस से तो दूसरे बेटे भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर आमने-सामने चुनाव लड़ेंगे। शिमोगा जिले के सोरब विधानसभा क्षेत्र से कुमार बंगारप्पा और मधु बंगारप्पा आमने-सामने हैं।
लोकसभा के लिये चुने जाने से पहले तक एस बंगारप्पा ने 1967 से 1994 तक इस सीट का प्रतिनिधित्व किया करते थे। भाजपा के टिकट पर कुमार जहां सोरब सीट से दोबारा विधायक बनना चाह रहे हैं वहीं कांग्रेस के टिकट से इस सीट पर मैदान में उतरे उनके छोटे भाई मधु उन्हें कड़ी टक्कर दे रहे हैं। इस सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में कुमार ने मधु को 3,286 मतों से हराया था। कुमार 2018 के चुनावों से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे, जबकि तब सोरब के विधायक रहे मधु जद (एस) से फिर से चुनाव लड़ रहे थे।
मधु बंगारप्पा 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए। भाइयों की प्रतिद्वंद्विता से परे जाकर दोनों के बीच की लड़ाई अक्सर पारिवारिक झगड़े के रूप में भी सामने आती रहती है और दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ बेहद कटु आरोप लगाते रहते हैं। दोनों भाई 2004 से चुनावी विरोधी रहे हैं, उस वक्त एस बंगरप्पा जीवित भी थे। कुमार ने सोरब सीट का चार बार - 1996 (उपचुनाव), 1999, 2004 और 2018- प्रतिनिधित्व किया और मंत्री पद पर भी रहे। मधु ने इस सीट से 2013 में चुनाव जीता था।
एस बंगरप्पा के दोनों बेटे पूर्व में कन्नड फिल्म उद्योग से भी जुड़े रहे हैं। कुमार ने जहां कन्नड सिनेमा बतौर अभिनेता काम किया है, वहीं मधु अभिनेता और फिल्म निर्माता दोनों थे। अपने पिता की तरह ही दोनों ने अतीत में राजनीतिक निष्ठा बदली है। कुमार कांग्रेस में थे, जबकि मधु भाजपा, जद (एस) और समाजवादी पार्टी के साथ काम कर चुके हैं।