नई दिल्ली, 16 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद सरकार बनाने का बीजेपी, कांग्रेस दोनों ही पार्टियों दावा ठोंक रही हैं। दोनों पार्टियों के बीच मचे घमासान से मुबाकला दिलचस्प हो चला है। इधर, बीजेपी पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा और सूबे के कई बड़े नेता राजभवन में राज्यपाल वजुभाई से मिले हैं, जिसके बाद राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने का न्योता दिया है। राज्यपाल के आधिकारिक पत्र के मुताबिक बीएस येदियुरप्पा को 15 दिन के अंदर बहुमत साबित करना है।
कर्नाटक के बीजेपी नेता मुरलीधर राव ने कहा कि बीएस येदियुरप्पा कल सुबह 9 बजे अकेले ही शपथ ग्रहण करेंगे। 15 दिन के अंदर बहुमत साबित होने के बाद कैबिनेट शपथ ग्रहण करेगा। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस पार्टी ने देश में सबसे ज्यादा बार राष्ट्रपति शासन लगाया वो आज संविधान को लेकर हमारे ऊपर सवाल उठा रही है।
यह भी पढ़ेंः- कर्नाटक LIVE: राज्यपाल ने बीएस यदियुरप्पा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया, 15 दिन में साबित करना होगा बहुमत
इधर, बीएस येदियुरप्पा को बीजेपी विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। येदियुरप्पा ने सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। मंगलवार (15 मई) को आए चुनाव नतीजो में बीजेपी को 104, कांग्रेस 78, जेडीएस 37, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) एक, केपी जनता पार्टी एक को सीट मिली है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली है। राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 112 विधायकों के समर्थन की जरूरत पड़ती है।
कांग्रेस ने मंगलवार (15 मई) को जेडीएस को बिना समर्थन देने की घोषणा कर दी थी। बीजेपी और जेडीएस दोनों दलों के नेता बुधवार को भी राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात करेंगे। बीजेपी और जेडीएस दोनों ने मंगलवार को राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
बीजेपी के सीएम उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा ने मंगलवार को पत्रकारों से कहा कि उन्होंने राज्यपाल से सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार गठन के लिए बुलाए जाने का अनुरोध किया है। वहीं जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और सिद्धारमैया के साथ राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और कांग्रेस के समर्थन से सबसे बड़े गठबंधन के रूप में सरकार बनाने का दावा पेश किया।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा कि उनके गठबंधन के पास 117 विधायकों का समर्थन है। कांग्रेस ने दावा किया कि केपी जनता पार्टी और निर्दलीय विधायक ने भी उन्हें समर्थन दिया है। वहीं बहुजन समाज पार्टी चुनाव से पहले ही जेडीएस से गठबन्ध कर चुकी थी।
मंगलवार (15 मई) को आए चुनाव नतीजो में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 104 कांग्रेस 78 और जेडीएस 37, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) एक, केपी जनता पार्टी एक को सीट मिली है। एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली है। राज्य में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल को 112 विधायकों के समर्थन की जरूरत पड़ती है।
कर्नाटक की 224 विधान सभा सीटों में से 222 सीटों के लिए 12 मई को मतदान हुआ था। दो सीटों पर चुनाव चुनाव आयोग ने टाल दिया था। जयनगर सीट पर बीजेपी उम्मीदवार के निधन के कारण और आरआर नगर सीट में 10 हजार जाली वोटर आईडी मिलने की वजह से चुनाव रद्द करना पड़ा था।