कर्नाटक-महाराष्ट्र, आलंद और राजौरा विधानसभा सीट, 12868 वोट चोरी?, निर्वाचन आयोग पर राहुल गांधी ने फिर फोड़ा बम!
By सतीश कुमार सिंह | Updated: September 18, 2025 12:22 IST2025-09-18T12:21:13+5:302025-09-18T12:22:25+5:30
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए।

photo-lokmat
नई दिल्लीः कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को एक बार फिर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) पर तीखा हमला बोला। 'द अलंद फाइल्स' नामक एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर अपने "वोट चोरी" के आरोपों को दोहराते हुए गांधी ने 2023 में कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र में 6,018 वोटों को हटाने का आरोप लगाया। भाजपा का ज़िक्र किए बिना, कांग्रेस सांसद ने कहा कि चुनाव आयोग "लोकतंत्र के हत्यारों" को बचा रहा है। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजौरा विधानसभा क्षेत्र में इसी तरीके का इस्तेमाल करके 6850 नाम जोड़े गए।
LIVE: Special press briefing by LoP Shri @RahulGandhi at Indira Bhawan | New Delhi. https://t.co/BfcSQU0LTd
— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
सूर्यकांत जी ने 12 वोटर्स को 14 मिनट में डिलीट कर दिया।
लेकिन जब हमने इनसे पूछा कि आपने ये कैसे किया?
तब इन्होंने कहा कि हमने वोटर डिलीट नहीं किए, हमें इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है।
: नेता विपक्ष श्री @RahulGandhi
📍 दिल्ली pic.twitter.com/VjUNo2bi3D— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
राहुल गांधी ने कर्नाटक और महाराष्ट्र के आलंद और राजौरा विधानसभा सीट पर12868 वोट चोरी हो गई। गांधी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी के समर्थक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने के प्रयास हुए और मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार "लोकतंत्र की हत्या करने वालों" तथा "वोट चोरों" की रक्षा कर रहे हैं।
कर्नाटक में आलंद विधानसभा क्षेत्र है।
— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
⦁ हमने ये 'वोट चोरी' एक BLO के जरिए पकड़ी, जिसके रिश्तेदार का वोट काट दिया गया था
⦁ BLO ने पता किया तो सामने आया कि उनके रिश्तेदार का वोट उसी के पड़ोसी ने डिलीट करवाया है
⦁ BLO ने जब पड़ोसी से पूछा तो उसने बताया कि हमने वोट डिलीट… pic.twitter.com/BWSSSwTBFx
उन्होंने यह भी कहा कि ज्ञानेश कुमार को ऐसे लोगों को संरक्षण देना बंद करना चाहिए और एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को कर्नाटक की सीआईडी के साथ पूरी जानकारी साझा करनी चाहिए। कांग्रेस नेता के आरोप पर निर्वाचन आयोग की तरफ से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
🚨 The Chief Election Commissioner of India, Mr. Gyanesh Kumar, needs to stop protecting the people who are destroying Indian democracy.
— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
🚨 We have given 100% proof here. It cannot be doubted—you have seen it with your own eyes.
🚨 EC has to release the data of these phones… pic.twitter.com/ExQKT8fBCF
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन में कर्नाटक के कलबुर्गी जिले के आलंद विधानसभा क्षेत्र के आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि कांग्रेस के मतदाताओं के नाम हटाने का प्रयास सुनियोजित तरीके से किया गया। उनके अनुसार, जिनके नाम हटाने के प्रयास हुए और जिनके नाम का इस्तेमाल कर नाम हटाने के आवेदन दिए गए, उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी।
❓ Who is behind this?
— Congress (@INCIndia) September 18, 2025
👉 The answer lies with the EC today.
👉The Election Commission of India knows who's doing this.
👉 I want every youngster in India to know that they're attacking your future. When they're withholding this information, they're defending the murderers… pic.twitter.com/ZPdPAbX5Mc
उन्होंने कहा कि यह "हाइड्रोजन बम" नहीं है और वह आगे आने वाला है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि सीईसी ज्ञानेश कुमार भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने और "लोकतंत्र की हत्या करने वालों" की रक्षा कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा, " मैं अपने लोकतंत्र, देश और संविधान से बहुत प्रेम करता हूं और ऐसी कोई बात नहीं करूंगा जो तथ्यों पर आधारित नहीं हो।"
उनके मुताबिक, आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए। उन्होंने कहा कि ऐसा कांग्रेस मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया। राहुल गांधी ने दावा किया कि मतदाताओं के नाम हटाने के लिए जिन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ वे कर्नाटक के बाहर के थे।
उन्होंने मंच पर कुछ लोगों को पेश किया जिनके नाम मतदाता सूची से हटाने का प्रयास हुआ या उनके नाम इस्तेमाल करके ऐसा करने का प्रयास किया गया। राहुल गांधी ने कहा, " इस मामले की जांच कर्नाटक की सीआईडी कर रही है। सीआईडी ने 18 पत्र भेजकर कुछ जानकारियां मांगी... लेकिन यह जानकारी नहीं दी गई क्योंकि इससे वहां तक पहुंचा जा सकेगा जहां से यह अभियान चलाया जा रहा है।"
उन्होंने कहा कि एक सप्ताह में निर्वाचन आयोग को पूरा विवरण देना चाहिए और यदि ऐसा नहीं है तो फिर स्पष्ट हो जाएगा कि ज्ञानेश कुमार "वोट चोरों" की मदद कर रहे हैं। राहुल गांधी ने बीते एक सितंबर को पटना में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के समापन के मौके पर ‘वोट चोरी’ से जुड़े अपने पहले के खुलासे का हवाला देते हुए दावा किया था कि ‘‘एटम बम’’ के बाद अब ‘‘हाइड्रोजन बम’’ आने वाला है।
जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोगों को अपना ‘‘मुंह नहीं दिखा पाएंगे।’’ उन्होंने बेंगलुरु के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में कथित वोट चोरी का मुद्दा बीते सात अगस्त को संवाददाता सम्मेलन के जरिए उठाया था। इस खुलासे को उन्होंने "एटम बम" कहा था।