कपिल सिब्बल ने पीएम मोदी पर कसा तंज, कहा- जो 'चुप' थे वे मणिपुर पर 'राजनीति कर रहे थे'
By मनाली रस्तोगी | Published: August 11, 2023 12:53 PM2023-08-11T12:53:35+5:302023-08-11T12:54:24+5:30
प्रधानमंत्री मोदी ने उनके नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर एक दिन पहले लोकसभा में अपने जवाब के दौरान विपक्ष पर निशाना साधा था जिसके बाद सिब्बल ने मोदी पर यह हमला किया है।
नई दिल्ली: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने मणिपुर मुद्दे पर विपक्ष की आलोचना करने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोग "चुप" थे वे "राजनीति कर रहे" थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने उनके नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर एक दिन पहले लोकसभा में अपने जवाब के दौरान विपक्ष पर निशाना साधा था जिसके बाद सिब्बल ने मोदी पर यह हमला किया है। मोदी ने कहा था कि विपक्ष को मणिपुर की स्थिति पर चर्चा करने में कभी दिलचस्पी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुद्दों को धैर्यपूर्वक और बिना किसी राजनीति के विस्तार से समझाया। सिब्बल ने एक ट्वीट में कहा, "प्रधानमंत्री: विपक्ष मणिपुर पर 'राजनीति कर रहा है'। बिल्कुल नहीं। याद है, उच्चतम न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लेते हुए महिलाओं के खिलाफ हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की थी। कहा था कि यह 'संवैधानिक लोकतंत्र में अस्वीकार्य' है।"
PM :
— Kapil Sibal (@KapilSibal) August 11, 2023
Opposition “playing politics” over Manipur
Not quite
Remember, the Supreme Court suo motu expressed deep concern over violence against women. Said was “unacceptable in a constitutional democracy”.
Not the opposition, but those who were silent were “playing politics”.
उन्होंने कहा, "विपक्ष नहीं, बल्कि जो लोग चुप थे, वे 'राजनीति कर रहे' थे।" सिब्बल संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के पहले और दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़ दी थी और समाजवादी पार्टी के समर्थन से एक निर्दलीय सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए। उन्होंने अन्याय से लड़ने के उद्देश्य से एक गैर-चुनावी मंच 'इंसाफ' बनाया है।
(भाषा इनपुट के साथ)