रायपुर: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल को पार्टी से निकालने की मांग होने लगी है। गुरुवार को छत्तीसगढ़ सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव ने सिब्बल को पार्टी से निकालने की मांग की। एएनआई न्यूज एजेंसी के हवाले से कांग्रेस सरकार के मंत्री ने कहा, मेरी निजी राय है कि उन्हें (कपिल सिब्बल को) पार्टी से निकाल देना चाहिए और उन्हें अपनी पार्टी बनानी चाहिए। अनुशासनहीनता स्वीकार्य नहीं है। मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी की कमजोरी उसकी सहिष्णुता है।
इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी सिब्बल को अहसान फरामोश कहा है। दरअसल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने मंगलवार को पार्टी में सुधार को लेकर सीधे गांधी परिवार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि वे अपनी आखिरी सांस तक घर की कांग्रेस के लिए लड़ेंगे। वे 'घर की कांग्रेस' के बजाय 'सब की कांग्रेस' चाहते हैं।
गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कपिल सिब्बल ने कहा था कि समय आ गया है कि गांधी एक नए नेता के लिए नेतृत्व की भूमिका से हट जाएं। सिब्बल ने कहा था कि वह न तो कांग्रेस के विधानसभा चुनावों में पांच राज्यों के चुनावों में हार से हैरान हैं और न ही कांग्रेस कार्य समिति के सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास की पुष्टि से।
दरअसल, हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के कारण पार्टी में बगावत के सुर तेज हो गए हैं और कपिल सिब्बल इसके लिए सीधे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बुधवार को कांग्रेस के बागी नेताओं ने गुलाम नबी आजाद के घर पर बैठक की थी।