सिब्बल का पीएम मोदी से सवाल- जब प्रधानमंत्री मणिपुर मामले में चुप्पी साधे रहे तो 'इंडिया' उनपर कैसे करे भरोसा?
By मनाली रस्तोगी | Updated: July 26, 2023 13:36 IST2023-07-26T13:35:15+5:302023-07-26T13:36:50+5:30
राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए प्रश्न किया कि जब संसद में बयान देने को लेकर प्रधानमंत्री में "विश्वास की कमी" है तो विपक्षी दलों का गठबंधन 'इंडिया' उन पर कैसे भरोसा करे?

(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए प्रश्न किया कि जब संसद में बयान देने को लेकर प्रधानमंत्री में "विश्वास की कमी" है तो विपक्षी दलों का गठबंधन 'इंडिया' उन पर कैसे भरोसा करे? सिब्बल की यह टिप्पणी उनकी पूर्व पार्टी कांग्रेस द्वारा मणिपुर मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए नोटिस दायर करने से पहले आई है।
सिब्ब्ल ने एक ट्वीट में कहा, "अविश्वास प्रस्ताव। जब संसद में बयान देने को लेकर प्रधानमंत्री में विश्वास की कमी है, वह उच्च्तम न्यायालय की टिप्पणी आने तक मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराध पर 'मौन' बने रहे, बृज भूषण मामले पर 'मौन' धारण किए रहे, कहा चीन ने किसी भूभाग पर कब्जा नहीं किया। तो फिर 'इंडिया' उन पर कैसे भरोसा करे?"
No Confidence Motion
— Kapil Sibal (@KapilSibal) July 26, 2023
When PM lacks confidence to
make statement in Parliament; keeps ‘maun’ on the crimes against women in Manipur till the Supreme Court comments; keeps ‘maun’ on Brij Bhushan
Says no territory in occupied by China
How can I.N.D.I.A have confidence in him ?
प्रस्ताव लाने के बारे में फैसला विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) के सांसदों की संसद में मंगलवार को हुई बैठक में लिया गया। गठबंधन के एक नेता ने कहा कि विपक्षी नेताओं की बैठक में विभिन्न विकल्पों पर विचार करने के बाद यह निर्णय लिया गया कि सरकार को इस मुद्दे पर चर्चा शुरू करने के लिए मजबूर करने का यह एक प्रभावी तरीका होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले बृहस्पतिवार को कहा था कि मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना ने 140 करोड़ भारतीयों को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि कानून अपनी पूरी ताकत से काम करेगा और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
(भाषा इनपुट के साथ)