कानपुर देहात अग्निकांड मामले में एसडीएम व लेखपाल निलंबित, जेसीबी ड्राइवर गिरफ्तार, पुलिस ने कहा- मां-बेटी ने खुद को जलाया
By अनिल शर्मा | Updated: February 14, 2023 16:40 IST2023-02-14T16:24:55+5:302023-02-14T16:40:59+5:30
पुलिस ने कहा है कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि महिला और उसकी बेटी झोपड़ी में आए थे। उन्होंने झोपड़ी को बंद कर...खुद को जला लिया।

कानपुर देहात अग्निकांड मामले में एसडीएम व लेखपाल निलंबित, जेसीबी ड्राइवर गिरफ्तार, पुलिस ने कहा- मां-बेटी ने खुद को जलाया
कानपुरः कानपुर देहात (उत्तर प्रदेश) में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान मां-बेटी की मौत मामले में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद और लेखपाल अशोक सिंह को निलंबित किया गया है। वहीं मामले में पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर एक जेसीबी ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक कुल 38 लोगों पर केस दर्ज किया गया है वहीं थाना प्रभारी को भी हटा दिया गया है। उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।
गौरतलब है कि सोमवार अतिक्रमण हटाने के दौरान एक झोपड़ी में आग लग गई जिसमें मां-बेटी की मौत हो गई। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस ने कहा है कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि महिला और उसकी बेटी झोपड़ी में आए थे। उन्होंने झोपड़ी को बंद कर...खुद को जला लिया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना जिले के रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में हुई जहां पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी एक 'ग्राम समाज' या सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे। दूसरी ओर ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी सुबह बुलडोजर लेकर पहुंचे थे और उन्हें पहले से कोई नोटिस भी नहीं दिया गया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मृतक के परिजन शिवम दीक्षित ने बताया, उन्होंने आग लगाना शुरू किया जबकि लोग घरों के अंदर थे। हम भागने वाले थे। उन्होंने हमारे मंदिर तोड़े। किसी ने कुछ नहीं किया, यहां तक जिला मजिस्ट्रेट ने भी कुछ नहीं किया। सभी भाग गए और किसी ने मेरी मां को बचाने की कोशिश नहीं की।'इससे पहले स्थानीय पुलिस ने कल दावा किया था कि प्रमिला दीक्षित और उनकी बेटी नेहा ने ही खुद को आग लगा ली थी। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि थाना प्रभारी दिनेश गौतम और प्रमिला के पति दोनों को बचाने की कोशिश में झुलस गए।