मुंबई की कमला मिल परिसर में लगी भीषण आग ने बीएमसी पर कई गंभीर सवाल खड़े किए हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फौरन जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक शुरुआती कार्रवाई में बीएमसी के पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। इस हादसे में अब 14 लोगों की मौत हो चुकी है और इतने ही घायल हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर बनी हुई है।
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिणी मुंबई के लोवर पारेल इलाके में स्थित कमला मिल के मोजोस बिस्टो रेस्टोरेंट में रात करीब साढ़े बारह बजे आग लग गई। आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया और रेस्टारेंट तथा इससे लगे पब को अपनी चपेट में ले लिया। इस बिल्डिंग में कई टीवी चैनलों के ऑफिस भी थे। दमकल की करीब 10 गाड़ियों ने 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
बीएमसी पर उठे गंभीर सवाल
- बीजेपी सांसद किरीट सोमैया ने कमला मिल्स आग की घटना के लिए बीएमसी को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, 'बीएमसी अधिकारी कमला मिल्स कंपाउंड में लगी आग में मारे गए लोगों के लिए जिम्मेदार है। ये दो सप्ताह में दूसरी ऐसी बड़ी घटना है, आखिर बीएमसी कब जागेगी?'
- किरीट सोमैया ने लिखा, 'दो सप्ताह पहले कुछ इसी तरह की घटना में फार्सन वर्कशॉप साकीनाका में आग लगने के कारण कई लोग मारे गए थे। मैं समझता हूं कि कमला मिल्स में ऐसे कई प्रतिष्ठान अवैध हैं। इनमें से कुछ को बाद में नियमित कर दिया गया और जहां आग लगने की घटना हुई वह गैरकानूनी तरीके से बना था।’'
- सामाजिक कार्यकर्ता मंगेश कालस्कर का कहना है कि कमला मिल परिसर में अवैध निर्माण की तरफ उन्होंने कई बार बीएमसी का ध्यान दिलाया। लेकिन बीएमसी ने जवाब दिया कि वहां कुछ भी अवैध नहीं है।
- मुंबई फायर सर्विस के प्रमुख ने कहा है कि पब में आग बुझाने वाला कोई भी यंत्र काम नहीं कर रहा था।
- केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने कहा मैंने इस मुद्दे पर दो बार मुख्यमंत्री से बात की है, घायलों को बेहतर इलाज दिलाने की कोशिश जारी है। ये बहुत बड़ी गलती है कि वहां पर आग से निपटने का कोई इंतजाम नहीं हुआ था।
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