काबुल : दो शक्तिशाली विस्फोटों ने गुरुवार शाम को काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को हिलाकर रख दिया । इस हमले में फिलहाल किसी भारतीय के हताहत होने की खबर नहीं है औऱ सभी सुरक्षित है । आपको बता दें कि काबुल एयरपोर्ट पर विभिन्न देशों के विमान अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए आ रहे थे । तालिबान के कब्जे के बाद भी निकासी का काम चल रहा था ।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, काबुल हवाईअड्डे पर हुए विस्फोटों में अफगान, अमेरिकी वायु सेना और नागरिक सहित 60 लोग मारे गए हैं जबकि 120 से अधिक लोग घायल हो गए हैं । इससे पहले कई पश्चिमी देशों ने हवाईअड्डे से अपने नागरिकों को दूर रहने की चेतावनी दी थी ।
भारत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "भारत काबुल में हुए बम विस्फोटों की कड़ी निंदा करता है। हम इस आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं। आज के हमले आतंकवाद और सभी के खिलाफ दुनिया को एकजुट होने की आवश्यकता को सुदृढ़ करते हैं। जो आतंकवादियों को पनाहगाह मुहैया कराते हैं।"
इस हमले के लिए आइएसआइ को जिम्मेदार बताया जा रहा है । साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम ऐसा करने वालों को माफ नहीं करेंगे , भूलेंगे नहीं और चुन-चुनकर मारेंगे । उन्हें अपने किए की सजा भुगतनी होगी । पेंटागन ने विस्फोट की पुष्टि की और इसमें 12 अमेरिकी सैनिक मारे गए और 15 जवान घायल हो गए हैं । इस घटना के बाद काबुल एयरपोर्ट पर चारों तरफ डर और दहशत का माहौल है । घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा है ।