मध्यप्रदेश राजनीतिः शिवराज सिंह चौहान ने कहा- स्वागत है 'महाराज', साथ है 'शिवराज'
By गुणातीत ओझा | Published: March 11, 2020 04:00 PM2020-03-11T16:00:07+5:302020-03-11T16:00:07+5:30
मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों जारी राजनीतिक उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को भाजपा में शामिल हो गये। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी मुख्यालय में सिंधिया को पार्टी की सदस्यता दिलायी । सिंधिया भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए।
मध्यप्रदेश में जारी सियासी उठापटक के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सदस्यता ग्रहण कर ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में ज्योतिरादित्य ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद सियासी प्रतिक्रियाएं आना शुरू हो गई हैं। इस क्रम में मध्यप्रदेश के पू्र्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सिंधिया का स्वागत किया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया, ''स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज।''
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वो (ज्योतिरादित्य सिंधिया) ऐसी परंपरा से आते हैं जिसने राजनीति को जनता को सेवा का माध्यम माना है। 18 महीने पहले 2018 में बड़े उत्साह से उन्होंने मध्यप्रदेश में कांग्रेस के लिए काम किया था, लेकिन कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश को बर्बाद कर दिया।
स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज। @JM_Scindia
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 11, 2020
स्वागत है महाराज, साथ है शिवराज। @JM_Scindia
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 11, 2020
ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ यशोधरा सिंधिया ने कहा कि जो माधवराव सिंधिया के लोग थे वो सांस्कृतिक निष्ठा है राजनीतिक निष्ठा नहीं, वो टूटेगी नहीं। हम सब लोग साथ हैं। मैं आज बहुत खुश हूं।
यशोधरा सिंधिया (ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ): जो माधवराव सिंधिया के लोग थे वो सांस्कृतिक निष्ठा है राजनीतिक निष्ठा नहीं, वो टूटेगी नहीं। हम सब लोग साथ हैं। मैं आज बहुत खुश हूं। pic.twitter.com/8jQcvR8NKh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 11, 2020
भाजपा की सदस्य ग्रहण करने के बाद ज्योतिरादित्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी बदल चुकी है और अब उसके जरिए जनसेवा संभव नहीं थी। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की और कहा कि उनके हाथ में देश का भविष्य पूरी तरह सुरक्षित है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि वहां किसान, युवा त्रस्त हैं और भ्रष्टाचार पनप रहा है।
बता दें, ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में राजनीतिक संकट गहरा गया है। कमलनाथ सरकार अल्पमत में दिखाई दे रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार को कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में केवल 88 विधायक पहुंचे थे और 26 विधायक अता-पता नहीं चला। इन 26 विधायकों में से 22 विधायकों ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था।