राजस्थान: जेपी नड्डा ने रोमन सम्राट नीरो से की सीएम अशोक गहलोत की तुलना, कहा- वो अपना जन्मदिन मनाते रहे
By मनाली रस्तोगी | Published: May 11, 2022 03:39 PM2022-05-11T15:39:29+5:302022-05-11T15:41:08+5:30
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस नीत राजस्थान सरकार पर हालिया सांप्रदायिक झड़पों को लेकर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने सीएम अशोक गहलोत को आड़े हाथों लेते हुए उनकी तुलना रोमन सम्राट नीरो से की।
सूरतगढ़: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य में हालिया सांप्रदायिक झड़पों को लेकर कांग्रेस नीत राजस्थान सरकार पर निशाना साधा। रोमन सम्राट नीरो के साथ समानता रखते हुए नड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपना जन्मदिन मनाने में व्यस्त थे, जबकि उनके गृह जिले में हिंसक झड़पें हुईं।
नड्डा ने श्रीगंगानगर में बीकानेर संभाग की एक पार्टी बूथ बैठक को संबोधित करते हुए कहा, "जिस दिन जोधपुर में लोग सड़कों पर थे, उस दिन गहलोत साहब अपना जन्मदिन मना रहे थे। जब रोम जल रहा था तब नीरो बांसुरी बजा रहा था।" गहलोत के खिलाफ पिछले हफ्ते भी इसी तरह का आरोप लगाया गया था. बता दें कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम पर "जन्मदिन की शुभकामनाएं लेने" का आरोप लगाया था, जबकि जोधपुर को 'जलाया' गया था।
#WATCH Rajasthan | When we open newspapers, we see incidents of Karauli, Jodhpur...the day when people in Jodhpur were on roads, Gehlot Sahab (CM Ashok Gehlot) was celebrating his birthday. When Rome was burning, Nero was playing flute: BJP chief JP Nadda in Suratgarh, yesterday pic.twitter.com/BylnzpmpmX
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) May 11, 2022
मालूम हो, इस महीने की शुरुआत में ईद समारोह से पहले हिंसा और तनाव ने जोधपुर को हिलाकर रख दिया था। जोधपुर में जालोरी गेट सर्कल पर धार्मिक झंडे लगाने को लेकर आंदोलन हुआ, जिसमें पथराव हुआ और पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया था और शहर के 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया था।
वहीं, अपनी बात को जारी रखते हुए जेपी नड्डा ने कहा, "क्या यह अशोक गहलोत का काम नहीं था कि उन्हें जोधपुर जाना चाहिए था, जो उनका गृह जिला है, जहां सांप्रदायिक दंगे हो रहे थे? उन्हें वहां जाना चाहिए था। आप नहीं गए, इससे पता चलता है कि आप राजस्थान के लोगों से कितना प्यार करते हैं।"
कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर राज्य सरकार को आड़े हाथ लेते हुए भाजपा नेता ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो 2019-20 के अनुसार राजस्थान महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में नंबर एक पर था और अनुसूचित जनजाति समुदायों के खिलाफ अपराधों में दूसरे स्थान पर था, जबकि राज्य अनुसूचित जाति के खिलाफ अपराधों में तीसरे नंबर पर है।