आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए राज्यों की पुलिस को ट्रेनिंग देगी एनएसजी, अक्टूबर में होगा संयुक्त अभ्यास

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: September 8, 2023 15:37 IST2023-09-08T15:35:38+5:302023-09-08T15:37:24+5:30

इस अभ्यास का उद्देश्य ऐसे अभियानों के दौरान हताहतों की संख्या में कटौती करना और आकस्मिक क्षति को कम करना सुनिश्चित करना है तथा देश के किसी भी हिस्से में किसी भी रूप में संभावित संकट के दौरान एनएसजी के उचित समय पर शामिल होने पर भी बेहतर परिणाम प्राप्त करना है।

Joint exercise of anti-terrorism forces of states and central police forces proposed in October | आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए राज्यों की पुलिस को ट्रेनिंग देगी एनएसजी, अक्टूबर में होगा संयुक्त अभ्यास

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

Highlights आतंकी घटनाओं से निपटना सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एकराज्य और केंद्रीय पुलिस बलों के आतंकवाद रोधी बलों का होगा संयुक्त अभ्यासएनएसजी द्वारा अगले महीने (अक्टूबर) में आयोजित होगा संयुक्त अभ्यास

नई दिल्ली: मौजूदा दौर में आतंकी घटनाओं से निपटना सुरक्षाबलों के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। इसलिए जरूरी है कि सेना और अर्धसैनिक बलों के अलावा राज्यों के पुलिस बल भी हर तरह की घटनाओं से निपटने के लिए तैयार रहें। यही कारण है कि राष्ट्रीय संकट प्रबंधन योजना को बेहतर बनाने और आपसी तालमेल बढ़ाने की रणनीति के तहत राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) द्वारा अगले महीने (अक्टूबर) विभिन्न राज्य और केंद्रीय पुलिस बलों के आतंकवाद रोधी बलों का एक संयुक्त अभ्यास आयोजित करने की योजना है।

आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ‘अग्नि परीक्षा’ के नाम से अभ्यास का यह नौवां संस्करण 24 अक्टूबर से चार नवंबर के बीच मानेसर (गुरुग्राम) में ‘ब्लैक कैट्स’ कमांडो फोर्स के सैन्य शस्त्रागार में आयोजित किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्रीय स्तर के अभ्यास का उद्देश्य राज्य पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्तों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की आतंकवाद रोधी विशेषज्ञता को बढ़ाना है क्योंकि आतंकवादी हमले के मामले में उन्हें सबसे पहले इसका सामना करना होता है।

समाचार एजेंसी पीटआई से बात करते हुए गृहमंत्रालय के अधिकारियों ने बयाता कि इस अभ्यास का उद्देश्य ऐसे अभियानों के दौरान हताहतों की संख्या में कटौती करना और आकस्मिक क्षति को कम करना सुनिश्चित करना है तथा देश के किसी भी हिस्से में किसी भी रूप में संभावित संकट के दौरान एनएसजी के उचित समय पर शामिल होने पर भी बेहतर परिणाम प्राप्त करना है। सीएपीएफ के एक अधिकारी ने कहा कि यह अभ्यास अपने पिछले संस्करणों की तरह सभी बलों को उनकी शक्तियों, कमजोरियों को समझने और सर्वोत्तम तरीकों को साझा करने के लिए एक मंच प्रदान करने में मदद करेगा। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान नेतृत्वकर्ता और संघीय आतंकवाद-रोधी और अपहरण-रोधी अभियान बल के रूप में एनएसजी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को निष्क्रिय करने, ड्रोन के खतरे और शस्त्र रहित युद्ध के लिए आवश्यक कमांडो कौशल का पता लगाने के लिए विकसित की गई विशेषज्ञता को भी साझा करेगा।

एनएसजी को आतंकवादी और अपहरण के खतरों को बेअसर करने के लिए सर्जिकल कमांडो ऑपरेशन करने के लिए 1984 में एक संघीय आतंकवाद रोधी बल के रूप में गठित किया गया था। मानेसर में इसकी मुख्य चौकी और दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास एक स्टेशन के अलावा देश भर में इसके पांच केंद्र या अड्डे हैं। 

Web Title: Joint exercise of anti-terrorism forces of states and central police forces proposed in October

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