LoC पर दो जवान शहीद, बैट हमला या आतंकियों की गोलीबारी पर अंदेशा
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: January 2, 2020 07:18 IST2020-01-02T07:18:15+5:302020-01-02T07:18:15+5:30
एक रिपोर्ट कहती है कि जम्मू के नौशेरा सेक्टर में सर्च आपरेशन के दौरान दो भारतीय जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला बोला। आपरेशन अभी भी जारी है और आतंकियों को ढूंढा जा रहा है।

तस्वीर का इस्तेमाल केवल प्रतीकात्मक तौर पर किया गया है। (फाइल फोटो)
जम्मू कश्मीर में नए साल का आगाज सेना के लिए भारी साबित हुआ है जब एलओसी पर उसे अपने दो जवानों की शहादत देनी पड़ी। फिलहाल यह पक्के तौर पर अभी तक नहीं बताया गया है कि शहीद होने वाले जवानों को पाक सेना के कमांडों ने बैट हमला कर मार डाला या फिर उन आतंकियों ने जिनके प्रति कहा जा रहा है कि वे उस इलाके में छुपे हुए थे।
हालांकि एक रिपोर्ट कहती है कि जम्मू के नौशेरा सेक्टर में सर्च आपरेशन के दौरान दो भारतीय जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला बोला। आपरेशन अभी भी जारी है और आतंकियों को ढूंढा जा रहा है। नए साल के मौके पर भारतीय सेना के दो जवानों ने अपनी जान गंवा दी।
जानकारी हो कि जम्मू कश्मीर में आतंकी वारदात थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ देखने को मिली। पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली गई है और सर्च आपरेशन चलाया जा रहा है।
यहां मिली जानकारी के अनुसार, यह मुठभेड़ बीती रात नौशहरा सेक्टर में कलाल के पास मंगला देई इलाके में शुरु हुई। बताया जा रहा है कि चार से पांच आतंकियों का एक दल कथित तौर पर सोमवार की रात को एलओसी पर घनी धुंध और कोहरे का लाभ उठाकर किसी तरह भारतीय इलाके में दाखिल होने में कामयाब रहा था। इसका पता चलते ही सेना के जवानों ने उन्हें मार गिराने के लिए एक अभियान चलाते हुए उन सभी इलाकों में विशेष नाके लगाए,जहां से आतंकी जिला राजौरी के भीतरी इलाकों में दाखिल हो सकते थे।
मंगलवार को आधी रात के बाद मंगला देई इलाके में जब जवान आगे बढ़ रहे थे तो एक जगह बैठे आतंकियों ने उन्हें देखते ही फायर कर दिया। जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ली और जवाबी फायर किया। इसके बाद वहां एक भीषण मुठभेड़ शुरु हो गई,जिसमें दो जवान शहीद हो गए। संबधित अधिकारियों के अनुसार, एक या दो दो आतंकी भी मारे गए हैं, लेकिन उनके शव प्राप्त नहीं होने के कारण उनकी मौत की पुष्टि नहीं की जा सकती। उन्होंने बताया कि मुठभेड़स्थल को चारों तरफ से घेर लिया गया है।