जम्मू-कश्मीर: प्रधान सचिव ने दिया वर्तमान हालात का ब्योरा, कहा- घाटी के 35 इलाकों में ढील
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 17, 2019 01:08 PM2019-08-17T13:08:40+5:302019-08-17T13:11:59+5:30
केन्द्र सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधान हटाने के बाद पांच अगस्त से ही यहां मोबाइल फोन और लैंडलाइन सेवाओं सहित टेलीफोन सेवाएं स्थगित कर दी गई थीं।
कश्मीर घाटी के 17 एक्सचेंज में लैंडलाइन सेवाएं शनिवार को बहाल कर दी गईं। इसी बीच जम्मू-कश्मीर की वर्तमान हालात को लेकर प्रधान सचिव रोहित कंसल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि घाटी में अभी तक हालात समान्य है। कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। सार्वजनिक परिवहन को शुरू कर दिया गया है।
इसके साथ ही जम्मू और कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने कहा कि सोमवार से सभी प्राथमिक स्कूल खोल दिए जाएंगे। इसके लिए हम उत्सुक हैं। साथ ही सोमवार से सरकारी कार्यालयों की पूरी तरह कार्य में होंगे।
उन्होंन उम्मीद जताते हुए कहा कि कल शाम तक घाटी के कुठ क्षेत्रों को छोड़कर, कश्मीर घाटी में सभी टेलीफोन एक्सचेंज को शुरू कर दिया जाएगा। लैंडलाइन और मोबाइल जम्मू में पहले से ही कार्यात्मक हैं।
Rohit Kansal: We hope that by tomorrow evening,barring a few vulnerable areas,all telephone exchanges in Kashmir valley shall be made functional. Landlines&mobiles are already functional in Jammu.We've also opened up mobile internet with some functionality in at least 5 districts https://t.co/2M8xUd8TO0
— ANI (@ANI) August 17, 2019
इसके पहले अधिकारियों ने बताया कि 100 से अधिक टेलीफोन एक्सचेंज में से 17 को बहाल कर दिया गया। ये एक्सचेंज अधिकतर सिविल लाइन्स क्षेत्र, छावनी क्षेत्र, श्रीनगर जिले के हवाई अड्डे के पास है।
मध्य कश्मीर में बडगाम, सोनमर्ग और मनिगम में लैंडलाइन सेवाएं बहाल की गई हैं। उत्तर कश्मीर में गुरेज, तंगमार्ग, उरी केरन करनाह और तंगधार इलाकों में सेवाएं बहाल हुई हैं।
वहीं दक्षिण कश्मीर में काजीगुंड और पहलगाम इलाकों में सेवाएं बहाल की गई हैं। केन्द्र सरकार के जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधान हटाने के बाद पांच अगस्त से ही यहां मोबाइल फोन और लैंडलाइन सेवाओं सहित टेलीफोन सेवाएं स्थगित कर दी गई थीं।