'जमात-ए-इस्लामी' पर शिकंजे से भड़कीं महबूबा मुफ्ती, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध में उतरीं सड़क पर
By पल्लवी कुमारी | Updated: March 2, 2019 13:26 IST2019-03-02T13:26:47+5:302019-03-02T13:26:47+5:30
पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, राजनीतिक मुद्दे से बाहुबल से निपटने की नरेन्द्र मोदी सरकार का एक और उदारहण।

'जमात-ए-इस्लामी' पर शिकंजे से भड़कीं महबूबा मुफ्ती, पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विरोध में उतरीं सड़क पर
पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर में जमात-ए-इस्लामी पर पाबंदी लगाने के केंद्र के फैसले के खिलाफ सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के लिए उतर आई हैं। न्यूज एजेंसी के मुताबिक श्रीनगर में महबूबा मुफ्ती PDP के कार्यकर्ताओं के साथ रैली निकाल रही हैं। केन्द्र सरकार ने गुरुवार(28 फरवरी ) को कानूनी गतिविधि अधिनियम नियम के अंदर जमात-ए-इस्लामी (जम्मू कश्मीर) पर पांच साल के लिए पाबंदी लगाई थी, क्योंकि उसकी आतंकवादी संगठनों के साथ मेलजोल है।
J&K: Mehbooba Mufti and PDP workers protest in Srinagar against the ban on Jamaat-e-Islami (Jammu & Kashmir) by the Central Government. pic.twitter.com/zvCceAKQOa
— ANI (@ANI) March 2, 2019
एक मार्च को इसका विरोध करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, राजनीतिक मुद्दे से बाहुबल से निपटने की नरेन्द्र मोदी सरकार का एक और उदारहण। महबूबा ने ट्वीट कर लिखा, 'लोकतंत्र विचारों का संघर्ष होता है, ऐसे में जमात-ए-इस्लामी (JK) पर पाबंदी लगाने की दमनात्मक कार्रवाई निंदनीय है और यह जम्मू कश्मीर के राजनीतिक मुद्दे से अक्खड़ और धौंस से निपटने की भारत सरकार की पहल का एक अन्य उदाहरण है।'
Democracy is a battle of ideas , crackdown followed by banning of Jammat Islami (jk) is condemnable , another example of high handedness and muscular approach of GOI to deal with political issue of J&k .
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) March 1, 2019
केंद्र सरकार के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में अलगाववादी आंदोलन बहुत तेज होने की आशंका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गैर कानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत इस संगठन पर पाबंदी लगाते हुए अधिसूचना जारी की थी।