डोडा में तनाव: इंटरनेट, मोबाइल बंद, स्कूल 14 सितंबर तक बंद, आप विधायक मेहराज मलिक को लेकर हंगामा, सरकारी गेस्टहाउस में रोके गए सांसद संजय सिंह
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: September 11, 2025 15:49 IST2025-09-11T15:48:37+5:302025-09-11T15:49:35+5:30
एसएसबी, सीआरपीएफ़ और सीआईएसएफ सहित पुलिस और अर्धसैनिक बलों को कई जगहों पर भारी संख्या में तैनात किया गया है।

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जम्मूः डोडा के मौजूदा विधायक मेहराज मलिक की पीएसए के तहत गिरफ्तारी का चौथा दिन है, डोडा जिले के बड़े हिस्से में पाबंदियां भी जारी हैं। इन पाबंदियों के कारण रोजमर्रा की जिंदगी में भारी व्यवधान आ गया है क्योंकि डोडा प्रशासन ने पूरे जिले में धारा 163 लागू कर रखी है। पिछले तीन दिनों से इंटरनेट सेवाएं बंद हैं, जबकि भलेसा, कहारा और चिल्ली पिंगल में मोबाइल कनेक्टिविटी दो दिनों से बंद है। एसएसबी, सीआरपीएफ़ और सीआईएसएफ सहित पुलिस और अर्धसैनिक बलों को कई जगहों पर भारी संख्या में तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने डोडा में 14 सितंबर तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया है। स्थानीय लोग राशन, पेयजल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी की शिकायत कर रहे हैं। ठाठरी, गंडोह भलेसा, चिल्ली पिंगल और कहारा में पिछले तीन दिनों से बिजली आपूर्ति भी बाधित है, जिससे संकट और गहरा गया है। नतीजतन प्रतिबंधों और बिजली कटौती से स्थानीय लोग परेशान हैं।
क्योंकि जिले में सामान्य जनजीवन अभी भी ठप्प पड़ा हुआ है। बता दें कि चिनाब घाटी के डोडा विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के एकमात्र विधायक मलिक को सोमवार (8 सितंबर) को डोडा के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) हरविंदर सिंह ने विधायक द्वारा जिले में एक डायलिपिडेटेड हेल्थ सेंटर को एक निजी भवन में शिफ्ट करने के विवाद में जन सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत गिरफ्तार कर लिया था।
स्वास्थ्य केंद्र शिफ्ट करने के लिए एक ब्लाक चिकित्सा अधिकारी द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस ने मलिक पर चोरी का मामला दर्ज किया था। इससे भड़के विधायक ने एक वीडियो भाषण का लाइव प्रसारण किया जिसमें उन्होंने कथित तौर पर डीएम के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया था।
मलिक की गिरफ्तारी के बाद डोडा जिले में उनके हजारों समर्थकों, जम्मू विश्वविद्यालय में आप समर्थकों और छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। पूरे प्रदेश में उनकी रिहाई के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं पर प्रशासन और उप राज्यपाल के कान तक जूं भी नहीं रेंगी है।
कई आप नेता कश्मीर में हिरासत में, इनमें राज्यसभा सांसद भी
आम आदमी पार्टी (आप) ने जम्मू कश्मीर में अपने नेता और एकमात्र विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ श्रीनगर में आयोजित होने वाले विरोध प्रदर्शन और प्रेस कांफ्रेंस से पहले कहा है कि उन्हें शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और प्रेस कांफ्रेंस करने से रोका गया है।
खबरों के मुताबिक, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, विधायक इमरान हुसैन और अन्य पदाधिकारियों के साथ श्रीनगर के चर्च लेन स्थित सरकारी गेस्टहाउस (सर्किट हाउस) में हिरासत में लिए गए हैं। चर्च लेन एक सुरक्षित आवासीय क्षेत्र है, जहां सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहती है।
सांसद संजय सिंह ने एक वीडियो में कहा कि वे लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत मेहराज मलिक की गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाने श्रीनगर आए थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी। हालांकि, जम्मू कश्मीर पुलिस या श्रीनगर जिला प्रशासन ने आप को प्रेस कांफ्रेंस या विरोध प्रदर्शन से रोकने की घटना के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया।
एक अन्य पोस्ट में आप नेता ने कहा कि बहुत दुख की बात है जम्मू कश्मीर के कई बार मुख्यमंत्री रहे डाक्टर फारूख अब्दुल्ला पुलिस द्वारा मुझे हाउस अरेस्ट किए जाने की खबर पाकर मुझसे मिलने सरकारी गेस्ट में आये उन्हें मिलने नहीं दिया गया। ये तानाशाही नहीं तो और क्या है?
सिंह ने अपने एक्स और मीडियाकर्मियों के साथ साझा किए गए वीडियो में कहा कि हमने सुबह 11 बजे श्रीनगर शहर में एक प्रेस कांफ्रेंस और उसके बाद लालचौक में एक विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन पुलिस ने हमें गेस्ट हाउस से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी। कोई भी हमें यह नहीं बता रहा है कि हमें विरोध प्रदर्शन या प्रेस कांफ्रेंस करने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है।
देखिए यहां कैसी तानाशाही है कि प्रशासन यह नहीं बता रहा है कि हमें अनुमति क्यों नहीं दी जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि क्या विरोध प्रदर्शन करना, प्रेस कांफ्रेंस करना या अवैध गिरफ्तारी के खिलाफ आवाज उठाना कोई अपराध है? एक सांसद को यह नहीं बताया जा रहा है कि उन्हें प्रेस कांफ्रेंस करने की अनुमति क्यों नहीं दी गई।
इससे पहले संजय सिंह ने बुधवार को जम्मू शहर में भी एक प्रेस कांफ्रेंस और विरोध प्रदर्शन किया था। जबकि जम्मू कश्मीर में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता मुद्दसिर हसन ने कहा कि पार्टी को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की भी अनुमति नहीं दी गई। हसन ने कहा कि यह हमारे देश की स्थिति है।
मौजूदा सांसद संजय सिंह जी को गेट से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई और दिल्ली के पूर्व मंत्री और जम्मू कश्मीर प्रभारी इमरान हुसैन लगातार अनुरोध करते रहे, लेकिन किसी ने नहीं सुना। हम सर्किट हाउस में नजरबंद हैं। कश्मीर में आप नेता नवाब नासिर अमन ने कहा कि हमें नहीं पता कि हमें गिरफ्तार किया गया है या हिरासत में लिया गया है।
पुलिस या प्रशासन द्वारा हमें कोई सूचना नहीं दी जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि पुलिसकर्मियों ने प्रेस कांफ्रेंस और विरोध कार्यक्रम से पहले गुरुवार सुबह से ही उन्हें श्रीनगर के सर्किट हाउस में बंद कर दिया था।