Coronavirus: जितेंद्र सिंह ने कोरोना रोकथाम के लिए सांसद निधि से किया एक करोड़ रुपये का योगदान
By भाषा | Published: March 22, 2020 06:27 AM2020-03-22T06:27:20+5:302020-03-22T06:27:20+5:30
केंद्रीय मंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री द्वारा रविवार को जनता कर्फ्यू के आह्वान का समर्थन करें ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी सामाजिक मेल-मिलाप में दूरी बनाई जा सके।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कोरोना वायरस महामारी से बचाव और स्वास्थ्य देखभाल के उद्देश्य से जम्मू कश्मीर के लिए अपनी एमपीलैड निधि से एक करोड़ रुपये का योगदान दिया। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
अधिकारी ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश के ऊधमपुर-कठुआ-डोडा से लोकसभा सांसद सिंह ने जिला विकास आयुक्त, कठुआ को एक पत्र सौंपकर अपने स्थानीय सांसद विकास क्षेत्र योजना (एमपीलैड) निधि से एक करोड़ रुपये कोरोना वायरस की रोकथाम और इससे देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग को देने की सिफारिश की।
इससे पहले जम्मू हवाई अड्डे पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री सिंह ऐसे पहले यात्री थी जिन्होंने अपने स्वास्थ्य के बारे में घोषणापत्र दाखिल करके और उसे स्वास्थ्य प्राधिकारियों को सौंपा।
अधिकारियों ने बताया कि सिंह ने थर्मल स्क्रीनिंग भी करायी। सिंह ने कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए जम्मू-कश्मीर के चिकित्सा पेशेवरों की कोशिशों की प्रशंसा की और समाज के सभी वर्गों से सहयोग का आह्वान किया। सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई सामूहिक जिम्मेदारी है और इसे नियंत्रित करने के लिए सभी को अपनी भूमिका निभानी होगी।
कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए केंद्र शासित प्रदेश की तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘ हम सभी को अपनी पूरी क्षमता से सहयोग करना चाहिए और प्रत्येक व्यक्ति को सभी जरूरी एहतियात बरतना चाहिए एवं कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में व्यक्तिगत और सामूहिक जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए।’’
केंद्रीय मंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि वे प्रधानमंत्री द्वारा रविवार को जनता कर्फ्यू के आह्वान का समर्थन करें ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी सामाजिक मेल-मिलाप में दूरी बनाई जा सके।
सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अस्पतालों में तीमारदारों की संख्या को सीमित करें और बाह्यरोग विभाग में मरीजों को देखने के दौरान भीड़ को एकत्र होने से रोकने की संभावनाओं पर विचार करें।
केंद्रीय मंत्री ने अस्पतालों में पृथक रखे गए लोगों की ठीक से देखभाल करने का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें खुद को कैदी नहीं समझना चाहिए। उप राज्यपाल के सलाहकार राजीव राय भटनागर ने कहा कि लोगों को भयभीत नहीं होना चाहिए और सरकार के परामर्श का अनुपालन करना चाहिए।