झारखंड: कई विधायकों और मंत्रियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद विधानसभा 27 जुलाई तक सील, 31 जुलाई तक नहीं होंगी बैठकें
By एस पी सिन्हा | Published: July 23, 2020 04:19 PM2020-07-23T16:19:44+5:302020-07-23T16:37:42+5:30
झारखंड विधानसभा सचिवालय के कुछ स्टाफ और मेंबर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सचिवालय को डिसइंफेक्ट करने के लिए 27 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है।
झारखंड विधानसभा सचिवालय को कोरोना संक्रमण के कारण आज से सोमवार 27 जुलाई तक के लिए पूर्णता सील बंद कर दिया गया है। इस अवधि में सभा सचिवालय के तीन कार्य दिवस बंद रहेंगे। राज्य में कोरोना वायरस के बढते खतरे और मंत्री-विधायकों एवं जनप्रतिनिधियों के इस जानलेवा संक्रमण की चपेट में आने की वजह से ऐसा निर्णय लिया गया है। विधानसभा सचिवालय ने राज्य की सबसे बडी पंचायत को बंद करने का फैसला किया है, ताकि अन्य जनप्रतिनिधियों और मंत्रियों में कोविड-19 का संक्रमण न फैले।
इस संबंध में आदेश जारी करते हुए बताया गया है कि झारखंड विधानसभा के हुए कुछ विधायकों और कर्मियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने की सूचना प्राप्त हुई है। ऐसे में संक्रमित सदस्यों और कर्मियों के संपर्क में अन्य व्यक्तियों के आने की संभावना को मद्देनजर रखते हुए सभा सचिवालय को सोमवार तक के लिए पूर्णता सील कर दिया गया है। इस दौरान सचिवालय भवन को सैनिटाइज किया जाएगा।
31 जुलाई तक स्थगित रहेंगी बैठकें
आदेश में यह भी कहा गया है कि झारखंड विधानसभा के कई सदस्यों एवं कर्मचारियों में कोरोना वायरस के संक्रमण की सूचना मिली है। ऐसे में उनके संपर्क में यदि अन्य लोग आएंगे, तो उनके भी इस जानलेवा विषाणु से ग्रस्त होने की आशंका बढ जाएगी। इस आदेश में तीन निर्देश दिये गये हैं। पहला निर्देश यह है कि झारखंड विधानसभा की समितियों की सभी बैठकें तत्काल प्रभाव से 31 जुलाई तक स्थगित रहेंगी। दूसरे निर्देश में कोरोना संक्रमित लोगों के संपर्क में आए सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों से कहा गया है कि वे खुद को क्वारंटाइन कर लें।
झारखंड विधानसभा सचिवालय के कुछ स्टाफ और मेंबर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सचिवालय को डिसइंफेक्ट करने के लिए 27 जुलाई तक के लिए बंद कर दिया गया है। विधानसभा समितियों की सभी बैठकें तत्काल प्रभाव से 31 जुलाई तक स्थगित रहेंगी।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 23, 2020
कर्मचारियों को कोविड जांच कराने की सलाह
इतना ही नहीं, कर्मचारियों और पदाधिकारियों से कहा गया है कि यदि उन्हें लगता है कि उन्हें कोरोना हो सकता है या कोरोना के कोई भी लक्षण उनमें दिखते हैं, तो वह अपनी कोविड-19 जांच जरूर करवा लें। तीसरे और अंतिम निर्देश में कहा गया है कि मंगलवार (28 जुलाई, 2020) से झारखंड विधानसभा में लॉकडाउन के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के नियमों का पालन करते हुए पहले की तरह काम शुरू हो जाएगा।
कई विधायक हो चुके हैं कोविड-19 से संक्रमित
उल्लेखनीय है कि झारखंड विधानसभा के विधायकों सीपी सिंह, मथुरा प्रसाद और मंत्री मिथिलेश ठाकुर कोरोना संक्रमित मिले, हालांकि मिथिलेश ठाकुर अब स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। झारखंड विधानसभा की विभिन्न समितियों की बैठकों को भी तत्काल प्रभाव से 31 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बता दें कि मिथिलेश ठाकुर और मथुरा महतो के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मुख्यमंत्री कार्यालय के तमाम पदाधिकारी क्वारनटाइन में चले गए थे। सभी की कोरोना जांच रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में कामकाज शुरू हुआ।
झारखंड में अब तक 6485 लोग हो चुके हैं संक्रमित
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार झारखंड में अब तक 6485 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 64 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। झारखंड में अब तक 3024 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं और 3397 एक्टिव केस मौजूद हैं।