नई दिल्ली: बीते गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित जिस जेवर हवाईअड्डे का शिलान्यास रखा उसका वीडियो शेयर कर भारत सरकार और उसके मंत्री चीन के प्रोपगेंडा मशीनरी के निशाने पर आ गए हैं।
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के सरकारी चाइना ग्लोबल टीवी नेटवर्क (सीजीटीएन) के प्रोडक्शन एडिटर शिन शिवेई ने शनिवार को कहा कि यह जानकर चौंक गए कि भारत सरकार के अधिकारियों को चीन बीजिंग डैक्सिंग अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की तस्वीरों का इस्तेमाल अपनी बुनियादी ढांचे की उपलब्धियों के प्रमाण के रूप में करना पड़ा।
शिन ने जिन ट्वीट को शेयर किया उसमें से एक केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर का ट्वीट शामिल है।
शिन ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि भारत सरकार के मंत्रियों के हैंडल न केवल चीन के बीजिंग अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की डिजाइन तस्वीरों को उनकी 'बुनियादी ढांचे की उपलब्धियों' के प्रमाण के रूप में पेश कर रहे हैं, बल्कि दक्षिण कोरिया की राजधानी के इंचियोन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भारत के नोएडा हवाई अड्डे के रूप में भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भी शिन के ट्वीट को रिट्वीट कर भारत सरकार पर निशाना साधा।
दरअसल, बीते 24 नवंबर को माईजीओवी ने निर्माणाधीन जेवर हवाईअड्डे का एक वीडियो अपलोड किया था, जिसमें एक तस्वीर दक्षिण कोरिया के इंचियोन हवाईअड्डे से मिलती जुलती थी।
इसके बाद केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की एजेंसियां, संस्कृति मंत्रालय के तहत गांधी स्मृति और दर्शन समिति, साथ ही साथ मंत्री अर्जुन मुंडा और बी.एल. वर्मा और अन्य भाजपा नेताओं और सांसदों ने माईजीओवी वीडियो को ट्वीट किया। माईजीओवी ने तब से वीडियो को हटा दिया है। वर्मा का ट्वीट भी अब दिखाई नहीं दे रहा है।
इसके बाद 25 नवंबर को मोदी द्वारा आधारशिला रखने के बाद माईजीओवी एक और वीडियो पेश किया, जिसमें इस बार जो तस्वीर दिखाई गई उसे शिन ने कहा कि वह डैक्सिंग हवाईअड्डे की है।
इसे ठाकुर, पीआईबी और मंत्रियों प्रह्लाद सिंह पटेल और अर्जुन राम मेघवाल ने शेयर किया। हालांकि माईजीओवी ने इस वीडियो को भी डिलीट कर दिया है, लेकिन यह शनिवार देर रात तक ठाकुर और पीआईबी के हैंडल पर रहा।