जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने किया ऐलान, नीतीश कुमार नहीं होंगे प्रधानमंत्री के दावेदार
By एस पी सिन्हा | Published: June 11, 2023 06:58 PM2023-06-11T18:58:27+5:302023-06-11T20:17:26+5:30
जदयू प्रदेश कार्यालय में आज आयोजित मिलन समारोह को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा मुक्त देश बनाने का संकल्प लिया है।
पटना: भाजपा के खिलाफ 23 जून को पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बड़ी बैठक से पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह तय होगा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से 23 जून को बैठक होने वाली है, उसी तरह से चुनाव जीतने के बाद बैठक होगी और पटना में तय होगा कि देश का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।
दरअसल, जदयू प्रदेश कार्यालय में आज आयोजित मिलन समारोह को संबोधित करते हुए ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा मुक्त देश बनाने का संकल्प लिया है। एनडीए को छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने का फैसला लिया। इसके बाद से वे लगातार विपक्ष को एकजुट करने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल रंग लाई है और 23 जून को सभी विपक्षी दलों के नेता पटना आ रहे हैं। 18 दलों के बड़े नेता बैठक में शामिल होने के लिए पटना आ रहे हैं। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती भी बैठक में आने के लिए राजी हो गए हैं। इस बैठक में 2024 के लोगसभा चुनाव को लेकर रणनीति तय होगी।
ललन सिंह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आपलोग नारा लगाते हैं कि देश का पीएम कैसा हो नीतीश कुमार जैसा हो। तो हम आप सभी से यह आग्रह करेंगे की इस तरह का नारा नहीं लगाए। नीतीश कुमार देश के प्रधानमंत्री के उम्मीदवार नहीं है। नीतीश कुमार भाजपा मुक्त देश के निर्माण के लिए आगे बढ़े है। विपक्षी एकता को एक करने में लगे है। इन नारों से विपक्षी एकता में रुकावट पैदा होता है। इसलिए हम आग्रह करेंगे कि इस तरह की नारेबाजी कृपया ना करें।
वहीं केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए ललन सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार लोगों को डराकर काम करना चाहती है। केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर सता का खेल किया जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ में कोई मीडिया भी बोलना नहीं चाहता है। राहुल गांधी के सदस्यता जाने पर पांच दिन डिबेट होता है। देश में धार्मिक उन्माद फैलाने की कोशिश की जा रही है। उन्हें मालूम होने चाहिए कि धार्मिक उन्माद फैलाने से वोट नहीं मिलता है, कर्नाटक चुनाव परिणाम इसका उदाहरण है। पीएम मोदी को कर्नाटक की जनता ने नकार दिया और वे वहां चुनाव नहीं जीत पाए।
ललन सिंह ने कहा कि आज हर चीज खतरे में हैं। आज लोकतंत्र कही बचा है क्या? पहले घोषित इमरजेंसी थी, लेकिन आज अघोषित इमरजेंसी है।