Bihar Election 2025: JDU ने जारी की 57 उम्मीदवारों की पहली सूची, लवकुश समाज से 23, दलित समाज से 12 और अति पिछड़ा समाज से 9 उम्मीदवारों को दिया टिकट
By एस पी सिन्हा | Updated: October 15, 2025 14:21 IST2025-10-15T14:15:14+5:302025-10-15T14:21:23+5:30
Bihar Election 2025: बता दें कि इस चुनाव में जदयू 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

Bihar Election 2025: JDU ने जारी की 57 उम्मीदवारों की पहली सूची, लवकुश समाज से 23, दलित समाज से 12 और अति पिछड़ा समाज से 9 उम्मीदवारों को दिया टिकट
Bihar Election 2025: बिहार चुनाव को लेकर जदयू ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जारी इस सूची में 57 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इस सूची में जदयू ने तीन बाहुबलियों को चुनावी मैदान में उतारा है। इस बार पार्टी ने टिकट वितरण में सामाजिक और जातीय संतुलन को साधने की कोशिश की है। खासकर लव-कुश (कुशवाहा और कोइरी), अति पिछड़ा और अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय के प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दी गई है।
बिहार विधानसभा चुनाव-2025 के लिए जनता दल (यूनाइटेड) की पहली लिस्ट। #Bihar#JDU#JanataDalUnited#BiharElectionspic.twitter.com/9vc2RL9QQI
— Janata Dal (United) (@Jduonline) October 15, 2025
जदयू की पहली सूची में लवकुश समाज से 23, दलित समाज से 12 और अति पिछड़ा समाज से 9 उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। इसके साथ ही जदयू ने पहली सूची में सवर्ण समाज को भी साधने की पूरी कोशिश की है।
ऐसे में कहा जाए तो जदयू की पहली सूची में लगभग सभी समाजों को प्रतिनिधित्व मिला है। जदयू की पहली लिस्ट में 4 महिलाओं को भी टिकट दिया गया है। जदयू के द्वारा जारी की गई पहली सूची के अनुसार गायघाट से कोमल सिंह, मीनापुर से अजय कुशवाहा, सकरा से आदित्य कुमार, कांटी से अजीत कुमार, भोरे से मंत्री सुनील कुमार, हथुआ से रामसेवक सिंह, बरौली से मंजीत सिंह, जीरादेई से भीषण कुशवाहा, रघुनाथपुर से विकास कुमार सिंह, बड़हरिया से इन्द्रदेव पटेल, महाराजगंज से हेम नारायण साह, एकमा से धुमल सिंह, मांझी से रणधीर सिंह, परसा से छोटे लाल राय, वैशाली से सिद्धार्थ पटेल, राजापाकर से मेहन्द्र राम, महनार से उमेश सिंह कुशवाहा, कल्याणपुर से महेश्वर हजारी, वारिसनगर से डॉ. मांजरीक मृणाल, समस्तीपुर से अश्वमेघ देवी, मोरवा से विद्यासागर सिंह निषाद, सरायरंजन से मंत्री विजय कुमार चौधरी, विभूतिपुर से रवीना कुशवाहा, हसनपुर से राज कुमार राय, चेरिया बरियारपुर से अभिषेक कुमार, मटिहानी से राजकुमार सिंह, अलौली से रामचंद्र सदा, खगड़िया से बब्लू मंडल, बेलदौर से पन्ना लाल पटेल, जमालपुर से नचिकेता मंडल, सूर्यगढ़ा से रामानंद मंडल, शेखपुरा से रणधीर कुमार सोनी, बरबीघा से डॉ कुमार पुष्पंजय, अस्थावां से जितेन्द्र कुमार, राजगीर से कौशल किशोर, इस्लामपुर से रूहेल रंजन, हिलसा से कृष्ण मुरारी शरण, नालंदा से मंत्री श्रवण कुमार, हरनौत से हरिनारायण सिंह, मोकामा से अनंत सिंह, फुलवारी से श्याम रजक, मसौढ़ी से अरुण मांझी, संदेश से राधा चरण साह, जगदीशपुर से श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, डुमरांव से राहुल सिंह और राजपुर से संतोष कुमार निराला को टिकट दिया गया है।
इसतरह जदयू की पहली सूची में कुछ पुराने भरोसेमंद चेहरों के साथ कई नए नेताओं को भी मौका दिया गया है। जिसमें नरेंद्र नारायण यादव, जो नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं, को एक बार फिर आलमनगर से टिकट मिला है।
वहीं, मंत्री मदन सहनी (बहादुरपुर) और सुनील कुमार (भोरे) जैसे नेता भी दोबारा मैदान में उतरने जा रहे हैं। जबकि मधेपुरा की कविता साहा और सकरा के आदित्य कुमार जैसे नए चेहरों को मौका देकर जदयू ने युवा उम्मीदवारों पर भरोसा जताया है। बता दें कि इस चुनाव में जदयू 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। 2020 के चुनाव में 115 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
जिसमें से 43 सीटों पर जीत मिली थी। सियासत के जानकारों के अनुसार पार्टी ने अति पिछड़ों और महिलाओं को पर्याप्त जगह देकर यह संकेत दिया है कि 2025 का चुनाव “वोट बैंक नहीं, सामाजिक प्रतिनिधित्व” के आधार पर लड़ा जाएगा इस सूची के जरिए जदयू ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने संगठन और पुराने वोट आधार पर पूरी तरह निर्भर है। लव-कुश समीकरण, अति पिछड़ा वर्ग और एससी उम्मीदवारों की भागीदारी से पार्टी ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि नीतीश कुमार अभी भी “सबका साथ, सबका विकास” के एजेंडे पर टिके हैं।