बिहार में जदयू नेताओं को मिल रहा है मलाईदार पद, राजद नेता ताक रहे हैं मुंह, राजद में मची है खलबली

By एस पी सिन्हा | Published: October 20, 2022 05:29 PM2022-10-20T17:29:40+5:302022-10-20T17:29:40+5:30

राजद और जदयू की सरकार बनने के बाद बिहार में दो आयोगों का गठन हुआ है। लेकिन दोनों का अध्यक्ष पद जदयू को मिला है। इससे राजद में खलबली मची हुई है।

JDU leaders are getting creamy posts in Bihar, RJD leaders are staring, there is panic in RJD | बिहार में जदयू नेताओं को मिल रहा है मलाईदार पद, राजद नेता ताक रहे हैं मुंह, राजद में मची है खलबली

बिहार में जदयू नेताओं को मिल रहा है मलाईदार पद, राजद नेता ताक रहे हैं मुंह, राजद में मची है खलबली

Highlightsराजद और जदयू की सरकार बनने के बाद बिहार में दो आयोगों का गठन हुआ हैलेकिन दोनों का अध्यक्ष पद जदयू को मिला है, इससे राजद में खलबली मची हुई हैराज्य की विधानसभा में राजद के विधायकों की तादाद जदयू की तुलना में लगभग दोगुनी है

पटना: बिहार में दो अहम आयोग के गठन के बाद राजद नेताओं में खलबली मच गई है। राजद और जदयू की सरकार बनने के बाद बिहार में दो आयोगों का गठन हुआ है। लेकिन दोनों का अध्यक्ष पद जदयू को मिला है। इससे राजद में खलबली मची हुई है। ऐसे में अब यह सवाल उठाए जाने लगे हैं कि क्या उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव अपनी कुर्सी के लिए राजद नेताओं के हक को कुर्बान कर रहे हैं? हालांकि, राजद नेता खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं।

दरअसल, पिछले महीने बिहार सरकार ने अनुसूचित जन जाति आयोग का गठन किया था। इसके अध्यक्ष की कुर्सी जदयू के नेता शंभू कुमार सुमन को मिली थी। अब बुधवार को बिहार में अति पिछड़ा आयोग का गठन हुआ है। इसका अध्यक्ष जदयू के नवीन कुमार आर्या को बनाया गया है। 

कई दशकों से लालू प्रसाद यादव से जुड़े राजद के एक अति पिछ़ड़े नेता ने कहा कि आयोगों का गठन हैरान कर देने वाला है। बिहार में नीतीश कुमार की सरकार राजद के भरोसे चल रही है। राजद के विधायकों की तादाद जदयू की तुलना में लगभग दोगुनी है। कांग्रेस और वामपंथी पार्टियां भी राजद के कारण ही जदयू को समर्थन दे रही हैं। 

राजद के सहारे सरकार चल रही है, बावजूद इसके मलाईदार पद जदयू के पास चले जा रहे हैं। राजद नेता ने कहा कि इससे पार्टी के अंदर निराशा फैल रही है। जिन कार्यकर्ताओं ने राजद को बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनाया उन्हें ही पार्टी नेतृत्व नकार रहा है। राजद नेता यह नही समझ पा रहे हैं कि आयोगों का गठन तेजस्वी की सहमति से ही हो रहा है अथवा नही? 

हालांकि जिन दो आयोगों का गठन हुआ है, उनमें सदस्य के तौर पर राजद नेताओं की भी नियुक्ति हुई है। जाहिर है तेजस्वी यादव की ओर से ही वे नाम सरकार को दिये गये होंगे। फिर तेजस्वी की सहमति से ही उन आयोगों के अध्यक्ष पद जदयू के नेताओं के पास गये होंगे? राजद नेताओं का एक बड़ा वर्ग ये मानने लगा है कि तेजस्वी यादव को अभी सिर्फ अपने लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी दिख रही है। 

राजद के एक नेता ने कहा कि लालू यादव और तेजस्वी यादव बार-बार ये फरमान जारी कर रहे हैं कि नीतीश कुमार और जदयू को लेकर पार्टी का कोई नेता कुछ नहीं बोलेगा। अभी उस फरमान का असर है तभी राजद के नेता चुप हैं. लेकिन ज्यादा दिनों तक ऐसी स्थिति नहीं रहेगी।

Web Title: JDU leaders are getting creamy posts in Bihar, RJD leaders are staring, there is panic in RJD

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