महाराष्ट्र की स्थिति पर बोले JDU नेता- उद्धव ठाकरे की कमजोरी के कारण पार्टी में है टूट की स्थिति
By एस पी सिन्हा | Published: June 23, 2022 08:28 PM2022-06-23T20:28:11+5:302022-06-23T20:29:39+5:30
बिहार के उर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि जदयू में आपको कोई संकेत मिला है कि टूट हो रही है? विजेंद्र यादव ने कहा कि हमको भी खबर आती है कि आप हमारी पार्टी को तोड़ने में लगे हैं। वहीं एनडीए में जारी घमासान पर उन्होंने कहा कि पत्नी से खटपट हो जाता है तो परिवार टूट जाता है क्या?
पटना: महाराष्ट्र में जारी सियासी उथल-पुथल पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य के उर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा है कि किसी पार्टी में नेता के खिलाफ विद्रोह हो रहा है, तो वह उनकी आंतरिक मसला है। शिवसेना अध्यक्ष को मामले की गंभीरता पर ध्यान देना चाहिए। नेता की कमजोरी की वजह से पार्टी में टूट की स्थिति है।
वहीं, जदयू में टूट को लेकर पूछे गये सवाल पर मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि शिवसेना से जदयू की तुलना करना ठीक नहीं है। वो मुंबई है और ये पटना है। दोनों में आसमान जमीन की अंतर है। जदयू में टूट की खबर निराधार है। हमारे पार्टी के एक नेता हैं नीतीश कुमार। जदयू का हर नेता पार्टी के लिए वफादार है। उन्होंने कहा कि जदयू वन मैन, वन पार्टी और वन नेता वाली पार्टी है।
उन्होंने कहा कि जदयू में आपको कोई संकेत मिला है कि टूट हो रही है? विजेंद्र यादव ने कहा कि हमको भी खबर आती है कि आप हमारी पार्टी को तोड़ने में लगे हैं। वहीं एनडीए में जारी घमासान पर उन्होंने कहा कि पत्नी से खटपट हो जाता है तो परिवार टूट जाता है क्या? उन्होंने कहा कि जब गठबंधन में हैं तो जदयू और भाजपा पति-पत्नी की ही तरह हैं ना। सब एकजुट है। पति-पत्नी में खट-पट होते रहती है। जिस तरह खटपट होने से कभी शादी नहीं टूटता है। उसी तरह कुछ खटपट होने से एनडीए नहीं टूटेगी।
उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दे पर हमारी राय भाजपा से अलग है। लेकिन एनडीए एकजुट है। आरसीपी सिंह के सवाल पर विजेंद्र यादव ने कहा कि आरसीपी सिंह अभी तो जदयू के सदस्य हैं। काहे उनकी चर्चा कर रहे हैं। लेकिन कोई पार्टी के खिलाफ काम करेगा तो उसको पार्टी से निष्कासित किया जायेगा। हर किसी को पार्टी के नियम-कानून के दायरे में रहकर काम करना होगा। नीतीश कुमार सर्वमान्य नेता हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में महाराष्ट्र वाली स्थिति कभी नहीं हो सकती है। गठबंधन में कोई पार्टी किसी की गुलामी नहीं करती है। समन्वय के आधार पर सरकार चलती है।