नोएडा: राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को किसान विरोधी बताते हुए जमकर खिंचाई की।
यूपी इलेक्शन में अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करके भाजपा को चुनौती दे रहे जयंत चौधरी ने योगी सरकार को लखीमपुर खीरी हिंसा के संबंध में कोर्ट में की गई हल्की पैरवी के लिए जमकर लताड़ लगाई और कहा कि योगी आदित्यनाथ की मौजूदा भाजपा सरकार भाजपा किसान विरोधी है।
इसके साथ ही रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने यह सवाल भी उठाया कि आखिर यूपी सरकार इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में क्यों नहीं गई, जिसमें हाईकोर्ट ने लखमपुर खीरी किसान हत्याकांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को जमानत दे दी थी।
दरअसल जयंत चौधरी की यह टिप्पणी उस घटनाक्रम के बाद आयी है, जिसमें विधानसभा चुनाव के वोटिंग से एक दिन पहले लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की है।
जयंत चौधरकी ने ट्वीट करते हुए कहा, "योगी जी को बताना चाहिए, वो आशीष मिश्रा टेनी के बेल होने से इतने प्रसन्न क्यों हुए? उत्तर प्रदेश सरकार ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्णय के विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका क्यों प्रस्तुत नहीं करी? बात साफ़ है: भाजपा सरकार = किसान विरोधी!!"
मालूम हो कि बीते 10 फरवरी को इलाहाबाद हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में चार महीन जेल में बिताने के बाद जमानत दे दी थी। किसान आंदोलन के दौरान पिछले साल 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी।
इस मामले में कथित तौर पर मुख्य आरोपी देश के गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को बनाया गया है, जो उस दिन अपनी थार जीप से उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम को रिसीव करने के लिए अपने घर से निकले थे और रास्ते में केशव प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे किसानों पर कथित तौर पर जीप चढ़ा दी थी।
जीप के नीचे आने से चार किसानों की मौत हो गई थी। वहीं उसके बाद नाराज किसानों ने जीप के ड्राइवर समेत दो भाजपा कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी। वहीं इस हिंसा की चपेट में आने से एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी।