नई दिल्ली: नए संसद भवन के बाहर पहलवानों के महापंचायत को लेकर जंतर-मंतर पर भारी हंगामा देखने को मिला। नवनिर्मित संसद भवन की ओर महापंचायत के लिए जा रहे कई पहलवानों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया है। जंतर मंतर के बाहर पुलिस की कई बसे खड़ी की गई थीं। बैरिकेडिंग सड़कों को घेर दिया गया था। लेकिन पहलवान नई संसद की ओर कूच करने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि वे नई संसद के सामने महिला महापंचायत करना चाहते हैं।
गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाले पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायत ने 'महिला महापंचायत' का आह्वान किया है। सात महिला पहलवानों ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
बजरंग पुनिया ने कहा कि हम सम्मान की लड़ाई लड़ रहे हैं। बजरंग पूनिया ने दावा किया कि साक्षी मलिक को हिरासत में ले लिया गया है। प्रदर्शनकारी पहलवान संसद भवन की तरफ जा रहे थे। बजरंग पूनिया ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं कई महिला पहलवान केरला हाउस के बाहर धरने पर बैठ गई हैं। यहां से नए संसद की दूरी कम ही है। विनेश फोगाट ने कहा कि हम संसद के सामने महापंचायत करेंगे। यह शांतिपूर्ण होगा।
पहलवानों के मार्च से पहले, दिल्ली पुलिस ने रविवार को कहा कि सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए "असामाजिक तत्वों" को राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। डीसीपी, सोनीपत पूर्वी गौरव राजपुरोहित ने कहा कि "हमने असामाजिक तत्वों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली-हरियाणा सीमा बिंदुओं पर पुरुष और महिला कंपनियों को तैनात किया है। सोनीपत पूर्वी क्षेत्र की पुलिस ने अभी तक किसी को भी हिरासत में नहीं लिया है। हम लोगों को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देंगे यदि उनका मकसद बाधा उत्पन्न करना है। हमारी खुफिया टीम ऐसे लोगों की पहचान कर रही है।
दिल्ली पुलिस ने भी पहलवानों के मार्च से पहले राष्ट्रीय राजधानी में अपनी सीमाओं सहित सुरक्षा बढ़ा दी है। दिल्ली पुलिस ने किसी भी विरोध या सभा को रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सभी सीमाओं पर बैरिकेडिंग की।