जम्मू: पश्चिमी विक्षोभ के कारण चिल्ले कलां में भयानक सर्दी, जनजीवन अस्त-व्यस्त
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: January 23, 2021 13:52 IST2021-01-23T13:52:38+5:302021-01-23T13:52:49+5:30
कश्मीर घाटी में ताजा हिमपात हुआ है। श्रीनगर में आज सुबह दो इंच हिमपात हुआ जो अभी जारी है...

जम्मू: पश्चिमी विक्षोभ के कारण चिल्ले कलां में भयानक सर्दी, जनजीवन अस्त-व्यस्त
पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू स्थित चिल्ले कलां में भयानक सर्दी के कारण कश्मीर वादी चिल्लाने को मजबूर हुई है। ताजा बर्फबारी के कारण कश्मीर पर बर्फ का भी पहरा लग चुका है जिस कारण सब कुछ अस्त-व्यस्त हो गया है।
सुबह से हो रहे हिमपात की वजह से श्रीनगर के एयरपोर्ट से सुबह से उड़ानें संभव नहीं हो सकीं।। मौसम साफ रहने की सूरत में ही उड़ाने बहाल हो सकेंगी। जवाहर टनल के समीप काफी हिमपात हुआ है। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल गुलमर्ग में 10 इंच ताजा हिमपात हुआ है जबकि कुपवाड़ा में तीन इंच और काजीगुंड में एक सेंटीमीटर हिमपात दर्ज हुआ है।
कटड़ा में भी बारिश के कारण ठंक बढ़ गई है। इसके बावजूद माता वैष्णो देवी की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं का आना बदस्तूर जारी है। श्रद्धालु माता के जयकारे लगाते हुए भवन की ओर प्रस्थान कर रहे हैं। श्री माता वैष्णों देवी श्राईन बोर्ड की ओर से श्रद्धालुओं के लिए यात्रा मार्ग पर विशेष बंदोबस्त किए गए हैं। जगह-जगह अंगीठी जलाई गई हैं और गर्म पानी का भी इंतजाम किया गया है। बारिश के कारण कटड़ा से सांझी छत तक की हेलीकॉप्टर सेवा भी प्रभावित हुई है।
जम्मू के कुछ इलाकों में भी सुबह से बारिश हो रही है। मौसम विभाग के बअनुसार, आज दिनभर प्रदेश में हिमपात और बारिश होगी। मौसम विज्ञान केंद्र, श्रीनगर के अनुसार 23 जनवरी रात से मौसम में सुधार होने लगेगा। 24 जनवरी रविवार, दोपहर को मौसम ठीक हो जाएगा। अब धूप का आनंद रविवार दोपहर बाद ही संभव हो सकेगा।
मौसम विभाग ने प्रचंड पश्चिमी विक्षोभ के प्रति काफी दिन पहले ही चेतावनी दी थी। यह भी कहा था कि यह पश्चिमी विक्षोभ 23 जनवरी को अपने चरम पर होगा और इस दौरान घाटी में भारी हिमपात होने की आशंका है। इस दौरान उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में होगा और मैदानी इलाके भी ठंड से कांप उठेंगे।
उन्होंने घाटी के लोगों को इस भारी बर्फबारी के दौरान ठंड के प्रकोप से बचने के लिए गर्म कपड़े तैयार, जूते-मोजे, खाने का सामान आदि रखने की सलाह दी थी। इस दौरान परिवहन व्यवस्था चरमरा सकती है, इसलिए जनजीवन प्रभावित हो सकता है, ऐसे में पहले से किए गए ये इंतेजाम उन्हें मदद करेंगे।