लाइव न्यूज़ :

जम्मू-कश्मीर जिला परिषद चुनावः गुपकार अलायंस से भाजपा परेशान, विरोधी दलों के उम्मीदवारों को सुरक्षा के नाम पर किया जा रहा ‘बंद’ 

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: November 23, 2020 12:42 IST

कश्मीर में सात दलों से बने गुपकार अलायंस के उम्मीदवारों के जिला परिषद के चुनावों में मैदान उतरने के कारण भाजपा की परेशानी बढ़ चुकी है। उसकी परेशानी का आलम यह है कि वह इन चुनावों में प्रचार के लिए भी स्टार प्रचारकों तथा केंद्रीय आलाकमान से बुलाए जाने वाले नेताओं का सहारा ले रही है।

Open in App
ठळक मुद्देपुलिस थानों में आकर बैठने को कहा जा रहा है क्योंकि सरकारी तौर पर उनकी जान को खतरा बताया जा रहा है।पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीनगर से वर्तमान सांसद डा फारूक अब्दुल्ला व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपना रोष प्रकट कर चुके हैं। ऐसा पहली बार देख रहे हैं कि उम्मीदवारों को सुरक्षा के नाम पर चुनाव प्रचार करने से रोका जा रहा है।

जम्मूः जिला परिषद के चुनावों में जिस प्रकार का चुनाव प्रचार कश्मीर में हो रहा है आपने शायद कभी देखा नहीं होगा। सिर्फ विरोधी दलों के उम्मीदवारों को सुरक्षा के नाम पर ‘बंद’ किया जा चुका है और कइयों को प्रतिदिन कथित तौर पर सुबह से शाम तक संबंधित पुलिस थानों में आकर बैठने को कहा जा रहा है क्योंकि सरकारी तौर पर उनकी जान को खतरा बताया जा रहा है।

दरअसल कश्मीर में सात दलों से बने गुपकार अलायंस के उम्मीदवारों के जिला परिषद के चुनावों में मैदान उतरने के कारण भाजपा की परेशानी बढ़ चुकी है। उसकी परेशानी का आलम यह है कि वह इन चुनावों में प्रचार के लिए भी स्टार प्रचारकों तथा केंद्रीय आलाकमान से बुलाए जाने वाले नेताओं का सहारा ले रही है।

पर इसके साथ ही जो हथकंडे गुपकार अलायंस के उम्मीदवारों को रोकने के लिए अपनाए जा रहे हैं उस पर पूर्व मुख्यमंत्री और श्रीनगर से वर्तमान सांसद डा फारूक अब्दुल्ला व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपना रोष प्रकट कर चुके हैं। डा अब्दुल्ला ने इस शनिवार को चुनाव आयोग को लिखे पत्र में इस पर हैरानगी जताई थी कि वे अपनी जिन्दगी में ऐसा पहली बार देख रहे हैं कि उम्मीदवारों को सुरक्षा के नाम पर चुनाव प्रचार करने से रोका जा रहा है।

ऐसे ही आरोपों से भरा एक पत्र मकापा नेता युसूफ तारीगामी ने भी उप राज्यपाल मनोज सिन्हा को लिखा तो उनके पत्र लिखने के उपरांत उप राज्यपाल ने आश्वासन तो दिया निष्पक्ष चुनावों का पर जमीनी हकीकत फिलहाल नहीं बदल पाई है। हालत यह है कि विरोधी दलों के उम्मीदवार अब सिर्फ व्हाट्सएम ग्रुपों और आनलाइन प्रचार करने को ही मजबूर हो रहे हैं, वह भी 2जी की स्पीड पर।

चुनाव मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों की दुखद परिस्थिति यह है कि उन्हें सुरक्षा के नाम पर एक ही जगह ठूंसा जा रहा है और कइयों को तो अपनी अपनी पार्टी की बैठकों में शामिल होने से भी रोका जा रहा है। दरअसल पुलिस कहती है कि चुनाव मैदान में उतरने वाले उम्मीदवारों को व्यक्तिगत तौर पर सुरक्षा प्रदान नहीं की जा सकती है।

टॅग्स :जम्मू कश्मीरभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंसजम्मू कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टीउमर अब्दुल्लाफारूक अब्दुल्लामहबूबा मुफ़्तीकांग्रेसमनोज सिन्हा
Open in App

संबंधित खबरें

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारतJammu-Kashmir Power Shortage: सर्दी बढ़ने के साथ कश्मीर में गहराया बिजली सकंट, करीब 500 मेगावाट बिजली की कमी से परेशान लोग

भारतMCD Bypoll Results 2025: दिल्ली के सभी 12 वार्डों के रिजल्ट अनाउंस, 7 पर बीजेपी, 3 पर AAP, कांग्रेस ने 1 वार्ड जीता

भारतMCD by-elections Result: BJP ने चांदनी चौक और शालीमार बाग बी में मारी बाजी, कांग्रेस ने जीता संगम विहार ए वार्ड

भारत अधिक खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील

भारतरेपो दर में कटौती से घर के लिए कर्ज होगा सस्ता, मांग बढ़ेगी: रियल एस्टेट

भारतModi-Putin Talks: यूक्रेन के संकट पर बोले पीएम मोदी, बोले- भारत न्यूट्रल नहीं है...

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें