जम्मू-कश्मीर: पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी को गोला-बारूद के साथ किया गिरफ्तार, जांच जारी
By स्वाति सिंह | Updated: October 6, 2019 12:43 IST2019-10-06T12:37:46+5:302019-10-06T12:43:54+5:30
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सेना और बीएसएफ के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सुरक्षाबलों को पाकिस्तानी सीमा पर घुसपैठ रोधी तंत्र को हाई अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया था।

पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ के आतंकवादियों के मंसूबे को विफल करने के लिए चेनाब नदी में पानी गश्ती दल भी तैनात किया है।
जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले से रविवार को एक संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सक्रिय आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया है। कश्मीर पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आतंकी के पास से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। फिलहाल केस दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
उधर बीते हफ्ते, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सेना और बीएसएफ के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान सुरक्षाबलों को पाकिस्तानी सीमा पर घुसपैठ रोधी तंत्र को हाई अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया था।
घुसपैठ अवरोधक तंत्र में विभिन्न सूत्रों से मिली सूचनाओं के अनुसार 60 से अधिक आतंकवादी यशमार्ग के जरिए राज्य के दक्षिण हिस्सों में पहुंचने के लिए (उत्तरी कश्मीर में) गुलमर्ग, बांदीपुरा और बारामूला के बोनियार की ऊंची जगहों के मार्फत घाटी में दाखिल हुए।Kashmir Police: One active terrorist arrested in Baramulla. He is affiliated with proscribed terror outfit Jaish e Mohammad. Arms & ammunition recovered. Case registered. Investigation in progress
— ANI (@ANI) October 6, 2019
पाकिस्तान से कबायली छापामारों ने यही मार्ग अपनाया था। सूत्रों ने बताया कि इस बार आतंकवादी बांदीपुरा-गंगबल-चातेरगुल मार्ग का भी इस्तेमाल कर रहे हैं जो सालों से निष्क्रिय था। गुर्जरों ने उन ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आंतकवादियों क मौजूदगी की खबर दी है। सूत्रों ने बताया कि कठुआ, सांबा, जम्मू, राजौरी, पुंछ, बारामूला, बांदीपुरा और कुपवाड़ा जिलों में नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ के रास्तों की पहचान की गयी है।
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ आतंकवादी पीओके से जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करने के लिए घने जंगल, सूखे नालों, नहरों, बहुत कम आबादी वाले क्षेत्रों का फायदा उठा रहे हैं।’’ अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तान के साथ180 किलोमीटर लंबी अतंरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा संभाल रहे बीएसएफ के जवानों ने ड्रोन के माध्यम से किसी घुसपैठ को रोकने के लि अपनी निगरानी चौकियों और ‘सुनने वाली चौकियों’ को और मजबूत बनाया है।
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर नदी वलो क्षेत्रों में गश्ती कर रहा है और उसने पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ के आतंकवादियों के मंसूबे को विफल करने के लिए चेनाब नदी में पानी गश्ती दल भी तैनात किया है। गोई-कठुआ-चिराट क्षेत्र, कोटली-सेंसा क्षेत्र, मीरपुर-बिंडी, समानी-कुडियाली-गुरनुम क्षेत्र और सियालकोट-जफरवाला क्षेत्र में भी आतंकवादियों के मौजूद होने की खबर है।