जम्मू-कश्मीरः आईपीएस अधिकारी के भाई ने अपनाया आतंक का रास्ता, बुरहान की बरसी पर हिजबुल में शामिल
By आदित्य द्विवेदी | Published: July 9, 2018 12:55 PM2018-07-09T12:55:06+5:302018-07-09T12:55:06+5:30
हिजबुल मुजाहिदीन ने कई अन्य नए आतंकियों की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर जारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल 50 से ज्यादा कश्मीरी युवकों ने हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने का फैसला लिया है।
श्रीनगर, 9 जुलाईः आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर सरकारी कॉलेज के एक छात्र की फोटो सोशल मीडिया पर तैर रही है। फोटो में वो एके-47 और अपनी रैंक के साथ दिखाई दे रहा है। माना जा रहा है कि उसने आतंक का रास्ता अपना लिया है और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है। हैरान करने वाली बात ये है कि आतंकी बने शमसुल का भाई आईपीएस अधिकारी है। शमसुल बीयूएमएस (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसन एंड सर्जरी) की पढ़ाई कर रहा था। रविवार को हिजबुल मुजाहिदीन ने कई अन्य नए आतंकियों की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर जारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल 50 से ज्यादा कश्मीरी युवकों ने हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने का फैसला लिया है।
90 के दशक में आतंक की राह जाने वाले कश्मीरी युवाओं का तरीका था। वो सबसे पहले 'अपर ग्राउंड वर्कर' के तौर पर काम करते थे। उसके बाद उन्हें हथियारों की ट्रेनिंग के लिए कम से कम तीन महीने सीमा पार भेजा जाता था। वो अपने हथियारों के साथ वापस आते थे और पहचान छिपाकर चुपचाप काम को अंजाम देते थे। लेकिन 8 जुलाई 2016 को घाटी में आतंकियों के पोस्टर बॉय बुरहान वानी के एनकाउंटर ने इस पैटर्न को पूरी तरह बदल दिया है। अब आजादी नहीं, ग्लैमर के लिए युवा आतंक के रास्ते पर जा रहे हैं।
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इंडियन एक्सप्रेस ने एक रिपोर्ट के हवाले से लिखा है कि नया पैटर्न एक आतंकी की मौत के बाद कई और आतंकी पैदा कर देता है। यह रिपोर्ट बुरहान वानी की मौत के बाद बने 35 आतंकियों के एनकाउंटर, उनके नेटवर्क, दोस्त और परिजनों से पूछताछ के बाद बनाई गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि ग्लैमर युवाओं को आतंक की राह पर लेकर जा रहा है।